☆ सूचनाएँ/Information ☆
(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)
साहित्य की दुनिया – श्री कमलेश भारतीय
(साहित्य की अपनी दुनिया है जिसका अपना ही जादू है। देश भर में अब कितने ही लिटरेरी फेस्टिवल / पुस्तक मेले / साहित्यिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जाने लगे हैं । यह बहुत ही स्वागत् योग्य है । हर सप्ताह आपको इन गतिविधियों की जानकारी देने की कोशिश ही है – साहित्य की दुनिया)
☆ प्रवासी लेखकों की जांच पड़ताल ☆
देश के साहित्यकारों के अलावा प्रवासी लेखकों की भी एक दुनिया है । इन पर भी कुछ बात और कुछ जाच पड़ताल जरूरी लगती है । ये भारत से ही विदेशों में गये लेखक हैं । ये आमतौर पर नवम्बर से लेकर फरवरी के बीच समय समय पर भारत आते हैं और प्रवासी लेखन पर संगोष्ठियां या अपनी पुस्तकों के विमोचन आदि के कार्यक्रम रखते हैं । मारिशस से अभिमन्यु अनंत और रामदेव धुरंधर लेकिन अब अभिमन्यु नहीं रहे, इंग्लैंड से तेजेन्द्र शर्मा, अमेरिका से सुधा ओम ढींगरा व गुरबचन कौर नीलम आदि बहुचर्चित रचनाकार इसी श्रेणी में आते हैं । यही नहीं सुधा ओम ढींगरा तो वहां सामाजिक काम भी बढ़चढ़कर कर रही हैं तो दूसरी ओर सीहोर(मध्यप्रदेश) से पंकज सुबीर के सहयोग से विभोम स्वर नामक स्तरीय पत्रिका का प्रकाशन संचालन भी कर रही हैं । पहले वे चेतना से जुड़ी थीं । फिर अपनी ही पत्रिका का प्रकाशन शुरू किया और पुरस्कार भी देने शुरू किये । इस तरह सुधा ओम ढींगरा को जैसे हिदी साहित्य के प्रचार प्रसार की विदेश में भी पूरी पूरी चिंता है। इसी प्रकार तेजेंद्र शर्मा भी जहां पुरवाई पत्रिका निकालते हैं वहीं कथा पुरस्कार भी शुरू कर रखा है । यमुनानगर से विदेश में बसीं डाॅ कविता वाचक्नवी भी सक्रिय है । यमुनानगर से ही विदेश में रह रहीं अरूणा सभ्रवाल भी सक्रिय हैं । कुछ वर्ष रश्मि खुराना विदेश में रहीं, आजकल फिर जालंधर लौट आई हैं । आजकल मोहन सपरा भी कनाडा में हैं और इसी वर्ष लौट आयेंगे । अमेरिका में बसीं नवांशहर के निकट के गांव बैसां की गुरबचन कौर नीलम ने लघुकथा पर हर रविवार को ऑनलाइन कार्यक्रम शुरू कर रखा है जो धीरे धीरे लोकप्रिय हो रहा है । अमेरिका में ही स्वाति शशि भी सक्रिय हैं । इनके लिये सैल्यूट तो बनता है न ! विदेश में रहते हुए भी हिंदी का परचम फहराया हुए हैं ये लोग !
कथा बिम्ब के डाॅ अरविंद नहीं रहे : यह बहुत ही दुखद समाचार है कि मुम्बई से पिछले कम से कम चालीस साल से ऊपर प्रकाशित हो रही कथा पत्रिका कथा बिम्ब के संपादक-प्रकाशक डाॅ अरविंद नहीं रहे । यह पत्रिका ऐसे दौर में भी प्रकाशित होती रही जब व्यावसायिक कथा पत्रिका सारिका सहित अन्य कथा पत्रिकाओं का प्रकाशन बंद हो गया । कथा बिम्ब ने कथाओं पर वार्षिक पुरस्कार भी शुरू कर रखे थे और अनेक स्तम्भ भी जो बहुत लोकप्रिय थे । पर एक खुशी की बात भी है कि कथा बिम्ब का प्रकाशन बंद नहीं होगा । यह प्रवोध गोविल और नीरज दइया ने जयपुर में संभाल लिया है और इसका पहला अंक इनके संपादन में आ भी गया है । असल मे एक समय प्रबोध गोविल मुम्बई रहते थे और इसी पत्रिका का सहसंपादन करते थे । जब डाॅ अरविंद की तबीयत ज्यादा बिगड़ी तो उन्होंने अपने पुराने मित्र से सम्पर्क किया और उन्हें कथा बिम्ब का प्रकाशन जारी रखने के लिये मना लिया । इसके तुरंत बंद ही वे दुनिया को आखिरी सलाम कह गये । पर कथा बिम्ब के निरंतर प्रकाशन की व्यवस्था करके ! यह लौ जलती रहे । यही सच्ची श्रद्धांजलि है ।
गधे की बारात : जिला हिसार के गांव भिवानी रोहिल्ला के महारानी लक्ष्मी बाई कन्या महाविद्यालय में रोहतक के चर्चित रंगकर्मी विश्व दीपक त्रिखा के निर्देशन में हास्य व व्यंग्य नाटक गधे की बारात का मंचन किये गया । विश्व दीपक त्रिखा इस नाटक के सौ से ऊपर मंचन कर चुके हैं । कल्लू कुम्हार की भूमिका में अविनाश सैनी ने शानदार अभिनय किया । असल में वही इस नाटक की धुरी थे । अन्य कलाकारों ने भी अच्छा अभिनय किया । नगाड़े पर सुभाष नगाड़ा रहे जो इसके लिये बहुत चर्चित कलाकार हैं । नीतिका ने भी गंगी के रोल में जान डाल दी । डेढ़ घंटे तक न केवल हास्य बल्कि आज के समय, समाज और राजनीति पर चुटीले कटाक्ष किये गये । महारानी लक्ष्मी बाई महाविद्यालय के चेयरमैन भारत भूषण प्रधान और प्रिंसिपल डाॅ शमीम शर्मा की कोशिश रहती है कि दूरदराज गांव में भी छात्राओं को ऐसे कार्यक्रम दिखाते रहें।
प्रेरणा अंशु का लघुकथा विशेषांक : दिनेशपुर से पिछले 39 साल से निरंतर प्रकाशित हो रही पत्रिका प्रेरणा अंशु व अम्बाला छावनी से पचास साल से प्रकाशित हो रही पत्रिका शुभतारिका ने लघुकथा विशेषांकों की घोषणा की है ।
साभार – श्री कमलेश भारतीय, पूर्व उपाध्यक्ष हरियाणा ग्रंथ अकादमी
संपर्क – 1034-बी, अर्बन एस्टेट-।।, हिसार-125005 (हरियाणा) मो. 94160-47075
(आदरणीय श्री कमलेश भारतीय जी द्वारा साहित्य की दुनिया के कुछ समाचार एवं गतिविधियां आप सभी प्रबुद्ध पाठकों तक पहुँचाने का सामयिक एवं सकारात्मक प्रयास। विभिन्न नगरों / महानगरों की विशिष्ट साहित्यिक गतिविधियों को आप तक पहुँचाने के लिए ई-अभिव्यक्ति कटिबद्ध है।)
≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈