हिन्दी साहित्य – साप्ताहिक स्तम्भ ☆ समय चक्र # 31 ☆ कोरोना पर वार करो ☆ डॉ राकेश ‘चक्र’
डॉ राकेश ‘ चक्र’
(हिंदी साहित्य के सशक्त हस्ताक्षर डॉ. राकेश ‘चक्र’ जी की अब तक शताधिक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। जिनमें 70 के आसपास बाल साहित्य की पुस्तकें हैं। कई कृतियां पंजाबी, उड़िया, तेलुगु, अंग्रेजी आदि भाषाओँ में अनूदित । कई सम्मान/पुरस्कारों से सम्मानित/अलंकृत। इनमें प्रमुख हैं ‘बाल साहित्य श्री सम्मान 2018′ (भारत सरकार के दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी बोर्ड, संस्कृति मंत्रालय द्वारा डेढ़ लाख के पुरस्कार सहित ) एवं उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान द्वारा ‘अमृतलाल नागर बालकथा सम्मान 2019’। अब आप डॉ राकेश ‘चक्र’ जी का साहित्य प्रत्येक गुरुवार को उनके “साप्ताहिक स्तम्भ – समय चक्र” के माध्यम से आत्मसात कर सकेंगे । इस कड़ी में आज प्रस्तुत हैं एक सकारात्मक एवं भावप्रवण कविता “कोरोना पर वार करो”.)
☆ साप्ताहिक स्तम्भ – समय चक्र – # 31 ☆
☆ कोरोना पर वार करो ☆
देश हमें यदि प्यारा है तो
कोरोना पर वार करो
हम सबका जीवन अमूल्य है
मिलकर सभी प्रहार करो
बचो-बचाओ मिलने से भी
घर से बाहर कम निकलो
भीड़-भाड़ में कभी न जाओ
कुछ दिन अंदर ही रह लो
हाथ मिलाना छोड़ो मित्रो
हाथ जोड़कर प्यार करो
हम सबका जीवन अमूल्य है
मिलकर सभी प्रहार करो
साफ-सफाई रखो सदा ही
घर पर हों या बाहर भी
हाथ साफ करना मत भूलो
यही प्राथमिक मंतर भी
करना है तो मन से करना
सबका ही उपकार करो
हम सबका जीवन अमूल्य है
मिलकर सभी प्रहार करो
मन को रखना बस में अपने
बाहर का खाना छोड़ें
घर में व्यंजन स्वयं बनाना
बाहर से लाना छोड़ें
शाकाहारी भोजन अच्छा
उसका ही सत्कार करो
हम सबका जीवन अमूल्य है
मिलकर सभी प्रहार करो
अपने को मजबूत बनाओ
योगासन-व्यायाम करो
बातों में मत समय गँवाओ
दिनचर्या अभिराम करो
प्रातःकाल जगें खुश होकर
आदत स्वयं सुधार करो
हम सबका जीवन अमूल्य है
मिलकर सभी प्रहार करो
देश हमें यदि प्यारा है तो
कोरोना पर वार करो
डॉ राकेश चक्र
(एमडी,एक्यूप्रेशर एवं योग विशेषज्ञ)
90 बी, शिवपुरी, मुरादाबाद 244001
उ.प्र . 9456201857