आपल्या समुहातील ज्येष्ठ लेखिका व कवयित्री श्रीमती मीनाक्षी सरदेसाई यांच्या ‘झाड म्हणजे’ या कवितेची, नाशिक येथे संपन्न झालेल्या 94व्या अखिल भारतीय मराठी साहित्य संमेलनात वाचनासाठी निवड झाली होती व वाचन झाले होते.
या निवडीबद्द्ल त्यांचे समुहातर्फे मनःपूर्वक अभिनंदन
संपादक मंडळ
ई अभिव्यक्ती मराठी
≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – श्रीमती उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे ≈
महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी, मुंबई का आयोजन नुक्कड़ नाटक “जल है तो कल है”
आज़ादी का अमृत महोत्सव और नदी उत्सव
महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी, मुंबई द्वारा आज़ादी का अमृत महोत्सव और नदी उत्सव के अंतर्गत प्रस्तुत विश्वभर में घट रहे भूजल की समस्या और संभावित समाधान पर आधारित नुक्कड़ नाटक ‘जल है तो कल है‘ का मंचन कल 24 दिसम्बर 2021 को संध्या 7 बजे किया गया जिसे सम्पूर्ण विश्व ने यूट्यूब लिंक पर देखा। आप भी इस नाटक को निम्न यूट्यूब लिंक पर देख सकते हैं।
कृपया नाटक देखने के लिए इस यूट्यूब लिंक पर क्लिक करें >> जल है तो कल है‘
विश्वभर में घट रहे भूजल की समस्या और संभावित समाधान पर महाराष्ट्र शासन (सांस्कृतिक कार्य विभाग), महाराष्ट्र राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी, मुंबई द्वारा आज़ादी का अमृत महोत्सवऔरनदी उत्सवके अंतर्गत आयोजित क्षितिजकी प्रस्तुति स्वतंत्र थियेटरकी निर्मिति ‘जल है तो कल है’ का लेखन श्री संजय भरद्वाज, अध्यक्ष, हिंदी आंदोलन, पुणेद्वारा किया गया एवं निर्देशन श्री अभिजीत चौधरी जीद्वारा किया गया।
प्रसंगवश ई-अभिव्यक्ति में नाटक ‘जल है तो कल है’ का प्रकाशन 5 भागों में 3 जून 2020 से 8 जून 2020 तक प्रकाशित किया गया था जिसे आप निम्न लिंक्स पर क्लिक कर पढ़ सकते हैं।
“अट्टहास शिखर सम्मान 2020” से डॉ प्रेम जनमेजय होंगे सम्मानित – अभिनंदन ☆
हिंदी व्यंग्य का विश्वविद्यालय कहे जाने वाले डॉ प्रेम जनमेजय को ‘अट्टहास शिखर सम्मान – 2020′ देने की घोषणा से हिंदी जगत ही नहीं विभिन्न विधाओं के रचनाधर्मी भी प्रसन्न हुए हैं।
व्यंग्य को एक गंभीर कर्म तथा सुशिक्षित मस्तिष्क के प्रयोजन की विधा मानने वाले डॉ प्रेम जनमेजय ने पिछले लगभग दो दशक से ‘व्यंग्य यात्रा ‘के सम्पादन द्वारा व्यंग्य विमर्श का एक सुदृढ़ मंच तैयार किया है। प्रेम जनमेजय की चर्चा के बिना हिंदी व्यंग्य पर बातचीत अधूरी है। शरद जोशी के बाद व्यंग्य नाट्य लेखन के खालीपन को उन्होंने भरा है। मुम्बई, गुजरात आदि विश्विद्यालयों के पाठ्यक्रम में इनकी रचनाएँ सम्मिलित हुई हैं। बर्दमान विश्विद्यालय, दक्षिण हिंदी प्रचार सभा, उच्च शिक्षा विभाग मद्रास, पं रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर, जीवाजी विश्विद्यालय ग्वालियर आदि में शोध हो चुके हैं/हो रहे हैं।
हरिशंकर परसाई स्मृति सम्मान, शरद जोशी, व्यंग्यश्री, दुष्यंत अलंकरण जैसे अनेक महत्वपूर्ण सम्मानों से सम्मानित डॉ प्रेम जनमेजय को 1990 में अट्टहास युवा सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है।
2020 का “अट्टहास युवा सम्मान” प्रखर युवा साहित्यकार श्री अनुज खरे जी को दिया जाएगा।
ई-अभिव्यक्ति की ओर से इस अभूतपूर्व उपलब्धि के लिए डॉ प्रेम जनमेजय जी का अभिनंदन एवं हार्दिक बधाई
साभार – श्री कमलेश भारतीय / श्री रणविजय राव
≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈
आपल्या समुहातील लेखिका व कवयित्री सुश्री दीप्ती कुलकर्णी यांना नाशिक येथे झालेल्या 94वे अ.भा. मराठी साहित्य संमेलनात‘कवीकट्टा’ मध्ये निमंत्रित कवयित्री म्हणून कविता वाचन करण्याची संधी मिळाली. “वृक्षसंदेश” ही कविता आपण आज वाचणार आहोत.
? ई-अभिव्यक्ती समुहातर्फे त्यांचा मनःपूर्वक अभिनंदन?
संपादक मंडळ
ई अभिव्यक्ती मराठी
≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – श्रीमती उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे ≈
आज मंगळवार, २१/१२/२१. आजपासून दर मंगळवारी “मी … प्रभा …“ हे सुश्री प्रभा सोनावणे यांचे आत्मकथन, वेगवेगळ्या लेखांच्या स्वरूपात आम्ही प्रकाशित करत आहोत. दि. ८/१२/२१ ला पहिला लेख प्रकाशित झाल्यानंतर काही कारणाने मध्ये खंड पडला होता. आता आजपासून हे लेख दर मंगळवारी नियमित प्रकाशित केले जातील.
संपादक मंडळ (ई अभिव्यक्ती)
मराठी विभाग
≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – श्रीमती उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे ≈
आपल्या समुहातील कवी व लेखक श्री श्रीशेल चौगुलेयांना त्यांच्या लाल पठारया कथासंग्रहासाठी राष्ट्रीय संत नामदेव कथा पुरस्कारप्राप्त झाला आहे. हा पुरस्कार हिंगोली येथील समृद्धी प्रकाशनया संस्थेकडून जाहीर करण्यात आला आहे.
?श्रीशैल चौगुले यांचे समुहातर्फे हार्दिक हार्दिक अभिनंदन! ?
संपादक मंडळ
ई अभिव्यक्ती मराठी
≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – श्रीमती उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे ≈
आज पासून आम्ही ‘वेद व पुराण काळातील महत्वपूर्ण स्त्रिया’ हे नवे सदर सुरू करत आहोत.हे सदर दर गुरुवारी प्रसिद्ध होईल व त्याचे लेखन सौ. कुंदा कुलकर्णी ग्रामोपाध्येया करतील.
संपादक मंडळ
ई अभिव्यक्ती मराठी
≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – श्रीमती उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे ≈
श्री कमलेश भारतीय ‘पंजाब कला एवं साहित्य अकादमी पुरस्कार’ से सम्मानित – अभिनंदन
इस अवसर पर डाॅ प्रेम जनमेजय, लालित्य ललित, रणबीर पुष्प, डाॅ बुला कार, सीमा जैन ,रमा सिंह , शील कौशिक, प्रकाश बादल, नलिनी विभा सहित अनेक साहित्यकार सम्मानित हुए। समारोह में सतनाम माणक, डाॅ अजय शर्मा, डाॅ सरला भारद्वाज, सत्य प्रकाश ठाकुर, डाॅ तरसेम गुजराल, सुरेश सेठ,मोहन सपरा, रणविजय राव, बलविंद्र अत्री, आशा शैली, नीलम जुल्का, नीलम भारती, रश्मि आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
पंजाब कला साहित्य अकादमी के रजत जयंती समारोह पर इस सम्मान के लिए सभी सम्मानित साहित्यकारों की और से सुश्री सिमर सदोष जी एवं डाॅ जगजीत सिंह जी का हार्दिक आभार।
ई-अभिव्यक्ति परिवार की ओर से श्री कमलेश भारतीय जी एवं सम्माननीय साहित्यकारों का अभिनंदन एवं हार्दिक बधाई
≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈
अश्विनी कुमार दुबे एवं मधुकांत को शिखर, हंसा दीप को प्रवासी तथा दामोदर आर्य को खेल सम्मान – अभिनंदन
गया प्रसाद खरे स्मृति साहित्य, कला एवं खेल संवर्द्धन मंच के तत्वावधान में संस्थित शांति-गया स्मृति सम्मान 2020 एवं 2021 की घोषणा मंच के संयोजक श्री अरुण अर्णव खरे, संरक्षक श्रीमती कांति शुक्ला एवं कार्यकारी अध्यक्ष कान्ता रॉय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए की । श्री खरे ने बताया कि इस वर्ष लगभग डेढ़ सौ पुस्तकें सम्मान हेतु प्राप्त हुई। इतनी बड़ी संख्या में से सम्मान हेतु पुस्तकों को चुनना मुश्किल एवं दुरूह कार्य था। दो चरणों में पुस्तकों का मूल्यांकन किया गया। इस मुश्किल कार्य को अंजाम देनेवाले निर्णायक गणों के प्रति श्री खरे एवं कान्ता रॉय ने आभार व्यक्त किया।
शिखर सम्मानवर्ष 2020 रोहतक, हरियाणा केपरवासी साहित्यकार वरिष्ठ रचनाकार डॉ मधुकांत एवं शिखर सम्मान वर्ष 2020 प्रसिद्ध साहित्यकार इंदौर के श्री अश्विनी कुमार दुबे को प्रदान किया जाएगा। उन्हें शाल, श्रीफल, सम्मान पत्र के साथ रु० 7100/- की सम्मान निधि से सम्मानित किया जाएगा। इसके साथ ही प्रवासी साहित्यकारों के लिए संस्थित सम्मान कहानीकार डॉहंसा दीप, कनाडा को कहानी संग्रह “शत प्रतिशत” के लिए दिया जाएगा।
श्री शांतिलाल जैन
वर्ष 2000 के लिए दिए जाने वाले साहित्यक सम्मानों में कहानी विधा के लिए देहरादून की कहानीकार कुसुम भट्ट तथा व्यंग्य विधा के लिए संयुक्त रूप से श्री शांतिलाल जैन (उज्जैन) व विनोद साव (दुर्ग) को दिया जाएगा। वर्ष 2021 हेतु देय उपन्यास विधा का सम्मान सुल्तानपुर के शोभनाथ शुक्ल को तथा गजल विधा के लिए संयुक्त रूप से प्रमोद रामावत(नीमच) व किशन तिवारी (भोपाल) को प्रदान किया जाएगा । मंच के पदाधिकारियों द्वारा द्वितीय स्थान पर आई कृतियों के लेखकों को रु 1100/- सम्मान निधि से सम्मानित करने का निर्णय लिया गया है। इस शृंखला में कहानी हेतु सर्व श्री रामनगीना मौर्य (लखनऊ) व रोचिका अरुण शर्मा (चेन्नई), व्यंग्य हेतु सौरभ जैन (इंदौर) व आभा सिंह (नागपुर), उपन्यास हेतु चंद्रभान राही (भोपाल) व कमल कपूर (फरीदाबाद) तथा गजल हेतु गोविंद अनुज (शिवपुरी) व अंजलि सिफर (अम्बाला) की रचनाओं का चयन किया गया है। कथेत्तर विधा के लिए दिया जाने वाला सम्मान आगरा के डॉ दिग्विजय कुमार शर्मा को प्रदान किया जाएगा।
इस वर्ष खेलों के लिए अंतर्राष्ट्रीय कमेंट्रेटर प्रभात गोस्वामी (जयपुर) तथा दामोदर आर्य (भोपाल) को एवं कला के लिए रंगकर्मी व फिल्म कलाकार हरिओम तिवारी (भोपाल) एवं कबाड़ को अप्रतिम कलाकृतियों का रूप देनेवाले कलाकार देवेंद्र प्रकाश तिवारी को सम्मानित किया जाएगा।
सम्मान 26 दिसम्बर 2021 को भोपाल में आयोजित सम्मान समारोह में दिए जाएंगे।
ई-अभिव्यक्ति परिवार की ओर से डॉ हंसा दीप, श्री शांतिलाल जैन एवं सम्माननीय साहित्यकारों का अभिनंदन एवं हार्दिक बधाई
≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈
राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित चर्चित कादम्बरी संस्था, जबलपुर का देश में मान है। देश में शायद यह पहली संस्था है जो हिन्दी की सभी विधाओं में राष्ट्रीय स्तर के अलग-अलग राज्यों के 66 साहित्यकारों को सम्मानित करती है। ऐसे विश्वस्तरीय सम्मान प्रदान करने वाली संस्था ‘कादम्बरी’, जबलपुर के संस्थापक/सूत्रधार राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित,अलंकृत आचार्य भगवत दुबे जी, प्रख्यात साहित्य सर्जक श्री राजकुमार तिवारी सुमित्र जी, श्री राजेश पाठक‘प्रवीण’ भाई और अन्य सहयोगियों का हार्दिक आभार,अभिनन्दन।
आदरणीया श्रीमती साधना उपाध्याय जी का साधुवाद जिन्होंने अपने पूज्य पिता प्रसिद्ध साहित्यकार श्री रामानुज लाल श्रीवास्तव जी की स्मृति में हास्य व्यंग्य का पुरस्कार/सम्मान स्थापित किया और निर्णायक मंडल ने वरिष्ठ व्यंग्यकार-साहित्यकार एवं श्री जयप्रकाश पाण्डेय जी, संपादक ई-अभिव्यक्ति (हिंदी) को व्यंग्य रचना के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान को देखते हुए उनके नाम का चयन किया।
श्री जयप्रकाश पाण्डेय जी को उनके व्यंग्य संग्रह ‘डांस इंडिया डांस’ के लिए हास्य व्यंग्य विधा हेतु स्व.श्री रामानुजलाल श्रीवास्तव राष्ट्रीय सम्मान की घोषणा हुई है। यह सम्मान 4 दिसंबर को शहीद स्मारक भवन में पद्मश्री श्री विजयदत्त श्रीधर, माधवराव सप्रे समाचार पत्र संग्रहालय एवं शोध संस्थान, भोपाल एवं श्री कपिल देव मिश्र, कुलपति रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर के कर कमलों से प्रदान किया जाएगा।
ई-अभिव्यक्ति की ओर से इस अभूतपूर्व उपलब्धि के लिए श्री जयप्रकाश पाण्डेय जी का अभिनंदन एवं हार्दिक बधाई
≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈