श्री प्रभाकर महादेवराव धोपटे
( ई- अभिव्यक्ति में श्री प्रभाकर महादेवराव धोपटे जी का हार्दिक स्वागत है। आप मराठी साहित्य की विभिन्न विधाओं के सशक्त हस्ताक्षर हैं। वेस्टर्न कोलफ़ील्ड्स लिमिटेड, चंद्रपुर क्षेत्र से सेवानिवृत्त अधिकारी हैं। अब तक आपकी तीन पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं जिनमें दो काव्य संग्रह एवं एक आलेख संग्रह (अनुभव कथन) प्रकाशित हो चुके हैं। एक विनोदपूर्ण एकांकी प्रकाशनाधीन हैं । कई पुरस्कारों / सम्मानों से पुरस्कृत / सम्मानित हो चुके हैं। आपके समय समय पर आकाशवाणी से काव्य पाठ तथा वार्ताएं प्रसारित होती रहती हैं। प्रदेश में विभिन्न कवि सम्मेलनों में आपको निमंत्रित कवि के रूप में सम्मान प्राप्त है। इसके अतिरिक्त आप विदर्भ क्षेत्र की प्रतिष्ठित साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्थाओं के विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।
अभी हाल ही में आपका एक काव्य संग्रह – स्वप्नपाकळ्या, संवेदना प्रकाशन, पुणे से प्रकाशित हुआ है, जिसे अपेक्षा से अधिक प्रतिसाद मिल रहा है। आज प्रस्तुत है इस काव्य संग्रह की एक भावपूर्ण रचना “स्वप्नपाकळ्या” जो मात्र कविता ही नहीं अपितु, इस पुस्तक का आत्मकथ्य भी है ।)
☆ कविता – स्वप्नपाकळ्या ☆
स्वप्नात पाहिले मी, एक फूल उमललेले
कितीतरी पाकळ्यांनी, संयुक्त बहरलेले
एक एक पाकळी ती, कविता बनून आली
अन् रसिक वाचकांना, संपृक्त करुन गेली
कोणीतरी म्हणाले, नाव काय त्या फुलाचे
पुस्तक रुपात फुलले, हे स्वप्नपाकळ्याचे.
© प्रभाकर महादेवराव धोपटे
मंगलप्रभू,समाधी वार्ड, चंद्रपूर, पिन कोड 442402 ( महाराष्ट्र ) मो +919822721981