सूचना/Information ☆ विवेचना का 28वां राट्रीय नाट्य समारोह (12 से 16 अक्टूबर 2022) प्रारम्भ ☆

सूचना/Information 

(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

? विवेचना का 28वां राट्रीय नाट्य समारोह (12 से 16 अक्टूबर 2022) प्रारम्भ ?  

विवेचना थियेटर ग्रुप ( विवेचना, जबलपुर ) का 28 वां राष्ट्रीय नाट्य समारोह इस वर्ष 12 से 16 अक्टूबर 2022 तक आयोजित।

यह समारोह 5 दिवसीय है। इस समारोह में विवेचना ने विशेष नाटकों का चुनाव किया है।

पहले दिन 12 अक्टूबर को मुम्बई के कलाकार प्रसिद्ध फिल्म व टी वी कलाकार अशोक बांठिया के निर्देशन में ’लोमड़ियां’ नाटक मंचित हुआ। यह नाटक भारत व विदेशों में बार बार मंचित हुआ है।

दूसरे दिन आज 13 अक्टूबर को शैडो थियेटर ग्रुप के कलाकार युवा निर्देशक मनोज नायर के निर्देशन में मजेदार नाटक ’नेपथ्य में शकुन्तला’ नाटक मंचित करेंगे।यह एक हल्का-फुल्का हास्य नाटक है जो विशेष रूप से युवाओं के लिए तैयार किया गया है विवेचना ने सभी दर्शकों से और खास तौर पर छात्र छात्राओं से इस नाटक को देखने का आग्रह किया है।

तीसरे दिन 14 अक्टूबर शुक्रवार को चेतना रंगसमूह भोपाल के कलाकार बहुप्रशंसित नाटक ’बैटर हाफ’ का मंचन करेंगे। यह नाटक बुजुर्ग पति पत्नी के प्रेम और संघर्ष की कहानी है। यह नाटक प्रथम प्रदर्शन से ही बहुत सराहा गया है।

चौथे दिन 15 अक्टूबर 2022 को गाथा रंगमंच दिल्ली के कलाकार वरिष्ठ निर्देशक भूपेश जोशी के निर्देशन में महाकवि भास का क्लासिक खूबसूरत नाटक ’चारूदत्त’ प्रस्तुत करेंगे। यह नाटक अन्तर्राट्रीय भारत रंगमहोत्सव मेें मंचित हो चुका है।

पांचवें और अंतिम दिन 16 अक्टूबर को अंक मुम्बई के कलाकार स्व रनवीर सिंह का लिखा और स्व दिनेश ठाकुर द्वारा निर्देशित नाटक ’हाय मेरा दिल’ मंचित करेंगे। यह विशुद्ध हास्य नाटक है जिसके 1100 से अधिक प्रदर्शन हुए हैं।

यह समारोह तरंग प्रेक्षागृह में एम पी पावर मैनेजमेंट कं लि, केन्द्रीय क्रीड़ा व कला परिषद के सहयोग से आयोजित हो रहा है । नाटकों का मंचन प्रतिदिन संध्या 7.30 बजे होगा। इस अवसर पर चित्र प्रदर्शनी, पुस्तक प्रदर्शनी व प्रतिदिन प्लेटफाॅर्म प्रदर्शन होंगे।

विवेचना थियेटर ग्रुप की ओर हिमांशु राय, बांकेबिहारी ब्यौहार, मनु तिवारी, अजय धाबर्डे आदि ने सभी नाट्य प्रेमी दर्शकों से समारोह के सभी नाटकों को देखने का अनुरोध किया है।

हिमांशु राय
सचिव विवेचना

≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈

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सूचना/Information ☆ नर्मदा सौंदर्य, समृद्धि वैराग्य की नदी पुस्तक के लेखक सुरेश पटवा को वांग्यमय लेखन पुरस्कार – अभिनंदन ☆

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(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

? नर्मदा सौंदर्य, समृद्धि वैराग्य की नदी पुस्तक के लेखक सुरेश पटवा को वांग्यमय लेखन पुरस्कार – अभिनंदन ?  

मध्य प्रदेश राष्ट्रभाषा प्रचार समिति द्वारा हज़ारी लाल जैन स्मृति वांग्यमय लेखन पुरस्कार-२०२२ भोपाल के चिरपरिचित लेखक सुरेश पटवा को एक गरिमामय समारोह में मुख्य अतिथि कृपा शंकर शर्मा, पूर्व मुख्य सचिव और राष्ट्रभाषा प्रचार समिति के अध्यक्ष सुखदेव प्रसाद दुबे की अध्यक्षता में प्रदान किया।

कैलाश पंत, मंत्री संचालक ने स्वागत उद्बोधन में हिंदी की देश और विदेश में सार्वभौमिकता को रेखांकित किया। मुख्य अतिथि कृपा शंकर शर्मा ने कहा कि भाषा संस्कृति की वाहक होती है। हिंदी को जनता ने बनाया है और विकसित कर रही है। इसलिए हिंदी का भविष्य उज्ज्वल है।

समारोह के अध्यक्ष सुखदेव प्रसाद जी ने राष्ट्रभाषा प्रचार समिति द्वारा हिंदीतर क्षेत्रों में हिंदी भाषा उन्नयन और विकास की दिशा में किए जा रहे कार्यों पर प्रकाश डाला। डॉ. सुरेंद्र बिहारी गोस्वामी ने संस्था की तरफ़ से अतिथि गणों और उपस्थित साहित्यकारों व कलाकारों का हृदय से आभार व्यक्त किया।

? ई-अभिव्यक्ति की ओर से इस अभूतपूर्व उपलब्धि के लिए श्री सुरेश पटवा जी का अभिनंदन एवं हार्दिक बधाई ?

≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈

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सूचनाएँ/Information ☆ श्री सुरेश पटवा द्वारा रचित ‘सुरमयी लता’ और ‘प्रेमार्थ’ पुस्तकों का भव्य लोकार्पण संपन्न ☆

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(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

? श्री सुरेश पटवा द्वारा रचित ‘सुरमयी लता’ और ‘प्रेमार्थ’ पुस्तकों का भव्य लोकार्पण संपन्न ?

भोपाल, दुष्यंत स्मारक पांडुलिपि संग्रहालय में भोपाल के लेखक श्री सुरेश पटवा जी की लता मंगेशकर पर “सुरमयी लता” और कहानी संग्रह “प्रेमार्थ” पुस्तकों का लोकार्पण 29.09.2022 दिन गुरुवार को सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉक्टर विकास दवे, मध्य प्रदेश साहित्य अकादमी, संस्कृति विभाग के निदेशक ने की और मुख्य अतिथि के रूप में प्रसिद्ध नाट्यकर्मी राजीव वर्मा उपस्थित रहे। कुमार सुरेश व्यंगकार सारस्वत अतिथि के रूप में मौजूद थे।

इस अवसर पर प्रसिद्ध संगीतज्ञ उल्हास तेलंग ने सुरमयी लता पुस्तक और वरिष्ठ साहित्यकार घनश्याम सक्सेना ने प्रेमार्थ कहानी संग्रह की समीक्षा प्रस्तुत की।

डॉक्टर विकास दवे जी  ने कहा कि- लता दीदी विलक्षण व्यक्तित्व थीं जिन्हें ईश्वर ने सरस्वती पुत्री रूप में सिरजा था। प्रेम के अनेकों रूपों को प्रेमार्थ पुस्तक में संजोया गया है।

राजीव वर्मा जी  ने उपस्थित साहित्यकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि- पटवा जी का लेखन उत्कृष्ट कोटि का है जो पाठक को बांध कर रखता है। कुमार सुरेश जी ने पटवा जी के लेखन की विशेषताओं का उल्लेख करते हुए उसे मौलिक लेखन बताया।

संग्रहालय के निदेशक राजुरकर राज जी ने आमंत्रित अतिथियों का स्वागत किया। आभार प्रदर्शन अशोक धमेनिया जी ने किया। कार्यक्रम का सुचारु संचालन गोकुल सोनी जी  ने किया। डॉक्टर मोहन तिवारी आनंद जी , बिहारी लाल सोनी अनुज जी एवं अन्य साहित्यकारों की गरिमामयी उपस्थिति में कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।

💐 ई- अभिव्यक्ति परिवार की और से श्री सुरेश पटवा जी का हार्दिक अभिनंदन 💐

≈ ब्लॉग संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय  ≈

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सूचना/Information ☆ संपादकीय निवेदन ☆ सम्पादक मंडळ ई-अभिव्यक्ति (मराठी) ☆

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(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

💐 संपादकीय निवेदन 💐

वाचकहो, आज या निवेदनाद्वारे पुन्हा एकदा आपली भेट घेत आहोत.

दि.01/10/2021 पासून आम्ही ‘संपादकीय’ हे सदर चालू केले होते.या सदरामध्ये साहित्यिकांच्या जन्मदिनानिमित्त किंवा त्यांचे पुण्यतिथीनिमित्त त्यांच्या साहित्यिक कारकिर्दीविषयी जाणून घेण्याचा आम्ही प्रयत्न केला. त्यायोगे त्यांच्या साहित्याविषयी आम्हाला अधिक माहिती मिळाली व ती आपणापर्यंत पोहोचविणे आम्हाला उचित वाटले.तीस सप्टेंबरला या उपक्रमास एक वर्ष पूर्ण होत आहे. या कालावधीत सर्व साहित्यिकांविषयी आम्ही लिहू शकलो नाही हे आम्हाला माहित आहे. परंतू अनेक साहित्यिकांचे कार्य आपणापर्यंत पोहोचवू शकलो असे आम्हास वाटते. या कामात आम्हाला कराड येथील साहित्य साधना या संस्थेने प्रकाशित केलेल्या शताब्दी दैनंदिनीचा आणि विकिपीडिया अत्यंत मोलाचा उपयोग झाला आहे. त्यांनी उपलब्ध करून दिलेल्या जन्ममृत्यूच्या तारखां संदर्भासाठी उपयुक्त ठरल्या आहेत.

आज एक वर्षाच्या पूर्तीनंतर आम्ही हे सदर थांबवण्याचा निर्णय घेत आहोत. या सदरामुळे सर्वांनाच साहित्यिकांचे जीवन व कार्य याविषयी बरीच माहिती मिळाली असेल असे आम्हाला वाटते. नवीन काहीतरी देत राहूच. तोपर्यंत या ‘संपादकीय’ सदरास पूर्णविराम !

आपले

संपादकीय सदस्य

 संपादक मंडळ,

ई-अभिव्यक्ती (मराठी)

≈संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – श्रीमती उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे/सौ. गौरी गाडेकर≈

 

संपादकीय निवेदन :

 

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सूचनाएँ/Information ☆ 1. अंतरराष्ट्रीय हिंदी महोत्सव, बैंकॉक में श्री राजेश पाठक प्रवीण एवं संतोष नेमा द्वारा प्रतिनिधित्व 2. श्री सुरेश पटवा को स्व हजारीलाल जैन वांगमय पुरस्कार ☆

 ☆ सूचनाएँ/Information ☆

(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

☆ अंतरराष्ट्रीय हिंदी महोत्सव, बैंकॉक में जबलपुर भारत से श्री राजेश पाठक प्रवीण एवं संतोष नेमा द्वारा प्रतिनिधित्व☆ 

अंतरराष्ट्रीय थाई हिंदी परिषद बैंकॉक एवं थाई भारत आश्रम  द्वारा आयोजित हिंदी दिवस के अवसर पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय हिंदी महोत्सव में जबलपुर भारत से हिंदी का प्रतिनिधित्व श्री राजेश पाठक प्रवीण एवं संतोष नेमा ने किया ।  

इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय स्तर के विविध साहित्यकार हिंदी महोत्सव में शामिल हुए जिन्होंने हिंदी में आलेख एवं कविताओं का वाचन किया. अत्यंत हर्ष का विषय है की थाईलैंड में विभिन्न विश्वविद्यालयों द्वारा हिंदी के तमाम कोर्स शामिल किए गए हैं जहां पर वहां के छात्रों द्वारा विशेष रुचि से हिंदी सीखी जा रही है उनका हिंदी के प्रति अनुराग एवं उत्साह हम सबके लिए अत्यंत हर्षित करने वाला है. इस अवसर पर हम लोगों ने हिंदी की महत्ता पर अपना उद्बोधन देते हुए काव्य पाठ किया. समारोह में भारतीय दूतावास के प्रतिनिधियों सहित अनेक विश्वविद्यालयों के शिक्षाविद भी शामिल रहे.

हम लोगों को गौरवमयीअनुभूति हुई कि बैंकॉक में हिंदी भाषा को बोलने और समझने का प्रयत्न किया जाता है। यहां के साहित्यकारों ने थाईभाषा के साथ हिंदी में आलेख एवं कविताओं का प्रस्तुतीकरण किया ।आयोजन के अतिथि श्री संतोष नेमा एवं राजेश पाठक प्रवीण ने हिंदी के महत्व पर प्रकाश डाला।

☆ श्री सुरेश पटवा को स्व हजारीलाल जैन वांगमय पुरस्कार की घोषणा ☆

सुप्रसिद्ध साहित्यकार श्री सुरेश पटवा जी को हिन्दी भवन, भोपाल  द्वारा स्व हजारीलाल जैन वांगमय पुरस्कार प्रदान करने की घोषणा की गई है। सूचनानुसार आपको मध्यप्रदेश के राज्यपाल महामहिम श्री मंगू भाई पटेल के कर कमलों से दिनांक १० अक्तूबर २०२२ को पूर्वान्ह ११ बजे हिन्दी भवन सभागार, भोपाल  में प्रदान किया जाएगा।

💐 ई-अभिव्यक्ति परिवार की ओर से श्री राजेश पाठक प्रवीण, संतोष नेमा ‘संतोष’ एवं  श्री सुरेश पटवा जी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं 💐

≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈

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सूचना/Information ☆ गणेश चतुर्थी उत्सव एर्लांगेन – मराठी मित्र मंडळ फ्रँकेन, जर्मनी ☆ सम्पादक मंडळ ई-अभिव्यक्ति (मराठी) ☆

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(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

💐 गणेश चतुर्थी उत्सव एर्लांगेन (Erlangen) – मराठी मित्र मंडळ फ्रँकेन, जर्मनी 💐

मराठी मित्र मंडळ फ्रँकेन, जर्मनी या मराठमोळया मंडळातर्फे सालाबादप्रमाणे याही वर्षी गणेश चतुर्थी उत्सव एर्लांगेन (Erlangen) येथे ११ सप्टेंबर २०२२ रोजी मोठ्या दिमाखात आणि उत्साहात साजरा करण्यात आला. यावेळी श्रींचे पारंपारिक आगमन, पूजा व आरती, महाप्रसाद, सांस्कृतिक कार्यक्रम आणि श्रींचे विसर्जन असा सर्वसमावेशक कार्यक्रम येथील मराठी आणि भारतीय बांथवांसाठी एक विशेष आकर्षण ठरला.

ई-अभिव्यक्ति (हिन्दी/मराठी/अङ्ग्रेज़ी) या प्रसिद्ध प्रकाशनाचे संपादक माननीय श्री हेमंत बावनकर यांनी मंडळाच्या आयोजिका सौ. माधुरी नाडकर्णी यांचीशी संपर्क करून अगत्याने या कार्यक्रमात सहपरिवार सहभाग घेतला. यावेळी त्यांनी मंडळाला श्री अमोल केळकर लिखित ‘माझी टवाळखोरी’डॉ हंसा दीप लिखित व सौ उज्ज्वला केळकर अनुवादित ‘…आणि शेवटी तात्पर्य’ या दोन मराठी संग्रहांची सस्नेह भेट दिली.

मराठी मित्र मंडळ फ्रँकेन, जर्मनी तर्फे श्री हेमंत बावनकर, सौ उज्ज्वला केळकर आणि श्री अमोल केळकर यांचे मनःपूर्वक आभार आणि सस्नेह प्रणाम.

मराठी मित्र मंडळ फ्रँकेन, जर्मनी
११ सप्टेंबर २०२२

 

≈संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – श्रीमती उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे/सौ. गौरी गाडेकर≈

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सूचना/Information ☆ श्री राजेश पाठक ‘प्रवीण’ एवं श्री संतोष नेमा ‘संतोष’ – थाई-भारत सांस्कृतिक आश्रम एवं थाईलैंड हिन्दी परिषद, बैंकॉक द्वारा आमंत्रित – अभिनन्दन ☆

 ☆ सूचनाएँ/Information ☆

(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

☆ श्री राजेश पाठक ‘प्रवीण’ एवं श्री संतोष नेमा ‘संतोष’ – थाई-भारत सांस्कृतिक आश्रम एवं थाईलैंड हिन्दी परिषद, बैंकॉक द्वारा आमंत्रित – अभिनन्दन ☆

थाई-भारत सांस्कृतिक आश्रम एवं थाईलैंड हिन्दी परिषद, बैंकॉक द्वारा हिन्दी दिवस के उपलक्ष में हिन्दी सम्मेलन 25 सितंबर 2022 को आयोजित किया जा रहा है। जिसमें संस्कारधानी जबलपुर से साहित्यकार द्वय श्री राजेश पाठक ‘प्रवीण’ एवं  श्री संतोष नेमा ‘संतोष’ को अतिथि बनाया गया है। वे वर्तमान परिवेश में ‘हिन्दी की महत्ता’ विषय पर उद्बोधन देंगे एवं द्वितीय सत्र में काव्यपाठ भी करेंगे।

कार्यक्रम में इनको हिन्दी साहित्य में विशेष योगदान के लिए सम्मानित किया जाएगा।

इस उपलब्धि पर डॉ राजकुमार तिवारी ‘सुमित्र’, आचार्य भगवत दुबे, विजय नेमा अनुज, डॉ विजय तिवारी ‘किसलय’, सुभाष शलभ, आशुतोष तिवारी, राजेंद्र मिश्रा, सुशील श्रीवास्तव, प्रभा विश्वकर्म शील, द्वारका गुप्त, छाया सिंह, राजीव गुप्ता, अस्मिता शैली ने उन्हें शुभकामनाएं दी है।

💐 इस अभूतपूर्व उपलब्धि के लिए ई- अभिव्यक्ति परिवार की ओर से हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं 💐

≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈

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सूचना/Information ☆ विश्व संत स्वामी प्रज्ञानंद सम्मान से आचार्य भागवत दुबे जी एवं श्री राजेश पाठक ‘प्रवीण’ जी सम्मानित – अभिनंदन ☆

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(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

? विश्व संत स्वामी प्रज्ञानंद सम्मान से आचार्य भागवत दुबे जी एवं श्री राजेश पाठक ‘प्रवीण’ जी सम्मानित – अभिनंदन  ?

अंतरराष्ट्रीय प्रज्ञा मिशन विश्व माता गायत्री ट्रस्ट, नई दिल्ली द्वारा आयोजित विश्व संत महामंडलेश्वर स्वामी प्रज्ञानंद स्मृति सम्मान 2022 का आयोजन नई दिल्ली के सीरी फोर्ट ऑडिटोरियम में भव्यता के साथ किया गया। जिसमें देश के विभिन्न अंचलों के विद्वत मनीषियों को सम्मानित किया गया।

संस्कारधानी जबलपुर के राष्ट्रीय ख्यातिलब्ध साहित्यकार आचार्य भगवत दुबे को स्वामी प्रज्ञानंद सम्मान एवं श्री राजेश पाठक ‘प्रवीण’ को सर्वोत्कृष्ट मंच संचालन के लिए स्वामी प्रज्ञानंद सम्मान से अलंकृत किया गया। भव्य समारोह में देश के विविध अंचलों के संत, महात्माओं के साथ विद्वत मनीषियों की उपस्थिति रही ।

समारोह में डॉ. भावना शुक्ला, श्री प्रेम शुक्ला, अनुराग तिवारी, कु. संस्कृति लड़िया, श्रीमती रश्मि पाठक, रौनक पाठक ने आचार्य भगवत दुबे जी एवं श्री राजेश पाठक ‘प्रवीण’ जी  का सम्मानोपरांत अभिनंदन किया। इस अवसर पर पाथेय संस्था, जागरण साहित्य समिति, मंथनश्री, वर्तिका आदि संस्थाओं के द्वारा प्रकाशित साहित्य को प्रज्ञा पीठाधीश्वर श्री माँ साध्वी विभानंद जी को समर्पित किया गया।

 साभार – श्री संतोष नेमा “संतोष” 

? ई-अभिव्यक्ति की ओर से इस अभूतपूर्व सम्मान के लिए आचार्य भागवत दुबे जी एवं श्री राजेश पाठक ‘प्रवीण’ जी  का अभिनंदन एवं हार्दिक बधाई ?

≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈

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सूचना/Information ☆ “विश्व हिंदी संस्थान” और टोरंटो, में आजादी-अमृत महोत्सव पर्व” – श्री मनोज कुमार शुक्ल ‘मनोज’ ☆

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☆ “विश्व हिंदी संस्थान” और टोरंटो, में आजादी-अमृत महोत्सव पर्व” – श्री मनोज कुमार शुक्ल ‘मनोज’

कनाडा,टोरंटो में पन्द्रह अगस्त आजादी का अमृत महोत्सव पर्व धूमधाम से 21 अगस्त 2022 को नाथन फिलिप स्कवायर, डाउन टाउन से एक विशाल झाकियों का जलूस निकाला गया। जलूस में भारत के विभिन्न प्रांतों की मन मोहक झलक उनके वेशभूषा और ढोल नगाड़ों के साथ देखने का अवसर मिला। उनके संग 35 से 40 फीट तक के ट्राले पर झाकियों की मन मोहक छटा चल रही थी, जिसे देख कर आनंद की अनुभूति हुई।

चल समारोह में “विश्व हिन्दी संस्थान” की भी झाँकी श्री सरन घई जी के संयोजन में कवियों के काव्य पाठ के साथ प्रदर्शित की गई थी। जिसका सुअवसर मुझे भी मिला। विश्व हिंदी संस्थान के द्वारा मिष्ठान्न का वितरण सारे मार्ग में किया जाता रहा, यह उनके देश प्रेम एवं हिन्दी के प्रति अनुराग निष्ठावान का परिचायक था। राह चलते सभी लोग उसका लुत्फ उठा रहे थे। मंच पर श्री सरन घई जी के साथ मनोजकुमार शुक्ल, समीर लाल, संदीप त्यागी, भल्ला, मीना,और अनेक कनाडा के कवियों ने देश भक्ति की रचनाओं का काव्य पाठ किया।

प्रवासी भारतीयों का उत्साह आनंद सचमुच देखने लायक था। जिसे देख कर अन्य देशों के लोग भी जोशोखरोस के साथ नारे लगाने का प्रयास कर रहे थे। सड़कों के दोनों ओर भारत माता की जय, वंदेमातरम् , जय हिंद के उद्घोष बराबर सुनाई पड़ रहे थे। कनाडा की धरती में उनकी हिस्सेदारी एवं सहभागिता का परिचायक है।

झाँकियाँ में मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश, केरल, कर्नाटक आदि अनेक प्रांतों का नेतृत्व महाराष्ट्र की परंपरागत झंडे, वेशभूषा एवं ढोल के साथ जिसमें दो फिल्मी कलाकार राहुल देव और एक अभिनेत्री दिख रही थी। यह कोई सरकारी आयोजन नहीं था। प्रवासी भारतीयों के मेहनत का परिणाम था जिसमें उनका आर्थिक सहयोग उत्साह के साथ ही देश प्रेम के प्रति समर्पण भाव छिपा स्पष्ट दिखाई दे रहा था।

भारतीयों की यही विशेषता उन्हें अन्य लोगों से हटकर अपना स्थान बनाने के लिए सहायक सिद्ध होती है। यह सब देख कर मेरा मन रोमांचित हो उठा, गौरव से भर उठा।

चित्र एवं रिपोर्ट साभार श्री मनोज कुमार शुक्ल ‘मनोज’, टोरंटो, कनाडा  

संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈

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सूचना/Information ☆ ई-अभिव्यक्ति – दीपावली विशेषांक (हिन्दी एवं मराठी ) रचनाएँ आमंत्रित ☆ सम्पादक मंडल ई-अभिव्यक्ति ☆

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☆ ई-अभिव्यक्ति – दीपावली विशेषांक (हिन्दी एवं मराठी ) रचनाएँ आमंत्रित ☆ सम्पादक मंडल ई-अभिव्यक्ति ☆

(अंतिम तिथि 15 अगस्त शाम 7 बजे तक )

 

संपादक – श्री हेमन्त बावनकर, पुणे

संपादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव, भोपाल / श्री जय प्रकाश पाण्डेय, जबलपुर 

संपादक (अँग्रेजी) – कैप्टन प्रवीण रघुवंशी (नौसेना मेडल), पुणे 

संपादक मंडळ (मराठी) – श्रीमती उज्ज्वला केळकर, सांगली / श्री सुहास रघुनाथ पंडित, सांगली /सौ. मंजुषा सुनीत मुळे, सांगली / सौ. गौरी गाडेकर, मुंबई

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