श्री जय प्रकाश पाण्डेय
(श्री जयप्रकाश पाण्डेय जी की पहचान भारतीय स्टेट बैंक से सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारी के अतिरिक्त एक वरिष्ठ साहित्यकार की है। वे साहित्य की विभिन्न विधाओं के सशक्त हस्ताक्षर हैं। उनके व्यंग्य रचनाओं पर स्व. हरीशंकर परसाईं जी के साहित्य का असर देखने को मिलता है। परसाईं जी का सानिध्य उनके जीवन के अविस्मरणीय अनमोल क्षणों में से हैं, जिन्हें उन्होने अपने हृदय एवं साहित्य में सँजो रखा है । प्रस्तुत है साप्ताहिक स्तम्भ की अगली कड़ी में उनका व्यंग्य “नीबू मिर्ची के टोटके” । आप प्रत्येक सोमवार उनके साहित्य की विभिन्न विधाओं की रचना पढ़ सकेंगे।)
☆ जय प्रकाश पाण्डेय का सार्थक साहित्य # 17☆
☆ व्यंग्य – नीबू मिर्ची के टोटके ☆
हमारा गंगू छोटा आदमी है, कम पढ़ा लिखा है पर तेज बुद्धि का है। पहले सड़क के किनारे लकड़ी का पटा बिछाकर आम आदमी के बाल काटता था, फिर बाद में कचहरी की दीवार के किनारे एक पुरानी कुर्सी में ग्राहकों को बैठाकर दाढ़ी बनाने लगा, बाल काटने लगा, चम्पी करने लगा तो थोड़ी इन्कम बढ़ी। गंगू खुश रहता। दिन भर में जितना पैसा आता उससे गुजर बसर हो जाती। इधर जबसे गंगू ने बाई के बगीचे में छोटी सी दुकान किराये पर ली है तब से गंगू कुछ परेशान सा रहता है। पड़ोसी भाईजान से परेशान है, पुलिस की उगाही से परेशान है, बढती उधारी से परेशान है, मोहल्ले के दादा लोगों की हफ्ता वसूली से परेशान है, बिजली के बिल से परेशान है, मंहगाई डायन से परेशान है और मकान मालिक से परेशान है। जब दुकान ली थी तो काम अच्छा आता था। अच्छी ग्राहकी जम गई थी। सब लोग अपनी सुविधानुसार बाल कटवाने दाढ़ी बनवाने आते थे जब से ये अमित और नरेन्दर ने दाढ़ी रखने का फैशन निकाला है लोग दाढ़ी नहीं बनवाते सिर्फ दाढ़ी सेट कराते हैं। जब दुकान ली थी तो दिन भर ग्राहकों का आना जाना लगा रहता था कोई दिन-रात का टोटका नहीं था। इधर जबसे पड़ोसी भाईजान से झगड़ा हुआ है, झगड़ा क्या बहस हो गई। क्या है कि फ्रांस में जाकर नेता जी ने राफेल के दोनों चकों के नीचे हरा नीबू रखने का टोटका कर दिया तो भाईजान नाराज हो गए, कहने लगे – टोटका करना ही था तो पीले नीबू भी रख सकते थे। भाईजान चिढ़ गए। कहने लगे राफेल के चकों के नीचे हरा नीबू रखना, सिंदूर से ॐ लिखना फिर नारियल फोड़ने से जनता के बीच अंधविश्वास को बढ़ावा मिलेगा। बहस के बीच नेता जी का बचाव करते हुए गंगू बोला – राफेल भले अभी फ्रांस में खड़ा है पर हमारी लोक परंपराओं और धार्मिक मान्यताओं का पालन करने से नेताओं का जनता के बीच विश्वास बढ़ता है और वैश्विक स्तर पर मीडिया में पब्लिसिटि भी अच्छी मिलती है और विरोधियों को भी बड़बड़ाने का मुद्दा मिल जाता है। हो सकता है कि नेता जी ने ये टोटका इसीलिए किया हो कि विरोधियों की बुरी नजर राफेल पर न लगे इसीलिए नजर उतारने के लिए नीबू का उपयोग करना पड़ा साथ ही आतंकवाद फैला रहे पड़ोसी को भी संकेत देना रहा होगा कि जब राफेल उड़ान भरेगा तो हरे रंग के नीबू को कुचल देगा। गंगू के तर्कों से पड़ोसी नाराज हो गया, और खुन्नस निकालने के लिए गंगू के सब ग्राहकों को धीरे-धीरे भड़काने लगा, राफेल के साथ किए गए टोटकों के बहाने गंगू के ग्राहकों को बरगलाने लगा। गंगू का धंधा धीरे-धीरे चौपट होने लगा।
मैं अक्सर गंगू के सैलून में कटिंग कराने और डाई लगवाने जाता हूँ। हर महीने गंगू से मुलाकात हो जाती है। गंगू दिलचस्प आदमी है इसलिए उससे दुनियादारी की बात करने में मजा आता है। उस दिन बाल काटते हुए गंगू बोला – साहब… आजकल पडोसियों से बड़ा डर लगता है कब क्या कर दें, कब क्या कह दें कोई भरोसा नहीं। हमारा पड़ोसी राफेल के टोटके का बहाना लेकर हमारी ग्राहकी बिगाड़ने पर तुला है, हमारे ग्राहकों को अंधविश्वास वाले तरह-तरह के टोटके बताकर सैलून का धंधा चौपट करा दिया है। ग्राहकों से कहता है कि वृहस्पतिवार को दाढ़ी और बाल कटवाने से घर की लक्ष्मी भाग जाती है और मान सम्मान की हानि होती है। एक ग्राहक को तो ऐसा डराया कि वो हमारे सैलून तरफ झांकता भी नहीं है। उससे कह दिया कि सोमवार के दिन भूलकर भी गंगू की दुकान जाना नहीं क्योंकि सोमवार के दिन बाल कटवाने से मानसिक दुर्बलता आती है और संतान के लिए हानिकारक होता है। कुछ ग्राहकों को कह दिया कि मंगलवार के दिन बाल कटवाने से अपनी उम्र का नुकसान होता है और इसे ही अकाल मृत्यु का कारण माना जाता है।
गंगू की बातें सुनकर कुछ अजीब सा लगा कि हर दिन अशुभ है तो आम आदमी बाल कब कटायेगा? फिर मैंने पूछा – गंगू इतवार को छुट्टी का दिन रहता है तो इतवार को तो खूब काम मिल जाता होगा?
अनमने मन से गंगू बोला – ऐसा नहीं है साहब, पड़ोसी ने सब जगह ये फैला दिया है कि रविवार का दिन सूर्य का दिन होता है इस दिन बाल कटवाने से धन, बुद्धि और धर्म का नाश हो जाता है। मुझे आश्चर्य हुआ फिर मैंने कहा कि सुना है बुधवार का दिन सबसे अच्छा होता है बुधवार को तो काफी लोग आते होंगे?
गंगू बोला – कहां साब, बुधवार को तो मार्केट बंद होने का दिन होता है उस दिन दुकान खोल नहीं सकते। और यदि खोल लिया तो पडोसी गुमाश्ता एक्ट में चालान करा देता है।
मैंने गंगू से मजाक करते हुए कहा – कि यदि पडोसी ज्यादा गड़बड़ कर रहा है तो ट्रंप से मध्यस्थता करा देते हैं। या फिर एक काम करो कि राफेल जैसा टोटका करने के लिए नीबू मिर्ची के 251 जोड़ा दुकान में टंगवा देते हैं और दुकान की पूरी दीवार पर बड़े अक्षरों में 786 लिखवा देते हैं। गंगू को हमारी बात जम गई। उसने दूसरे दिन ही सैलून के बाहर हरे नीबू और हरी मिर्ची के 251 जोड़े लटका दिये और बाहर की दीवार में 786 लिखवा दिया। पूरे मार्केट में हरे नीबू और मिर्ची की अचानक डिमांड बढ़ गई। गंगू के पास इतने अधिक आर्डर आये कि सब आश्चर्यचकित हो गए, उसकी दुकान में नीबू हरी मिर्ची का जोड़ा लेने वालों की भीड़ बढने लगी। पडोसी देख देख कर जलने भुनने लगा। पडोसी को जलता – भुनता देख एक रात गंगू ने पड़ोसी की दुकान के सामने सिंदूर एवं नारियल रखकर अण्डा फोड़ दिया। दूसरे दिन पडोसी जब दुकान खोलने पहुंचा तो दुकान के सामने टोना – टोटका का सामान देखकर डर से कांपने लगा। बेहोश होकर गिर पड़ा तो गंगू ने दौड़ कर उसे संभाला। पडोसी टोना टोटका से मुक्ति का उपाय गंगू से पूछने लगा। गंगू गदगद हो गया, 56 इंच का सीना फुलाकर बोला – देखो भाईजान, आपने राफेल के टोटके से नाराज होकर मेरे खिलाफ जो षड्यंत्र रचा उसके लिए हमें दुख है पर आपके टोटकों से प्रेरणा लेकर टोटके वाले सामान की दुकान खोलने से हमारे ऊपर लक्ष्मी प्रसन्न हो गई है इसलिए आपके भले के लिए हम जो सलाह दे रहे हैं उसका शुद्ध मन से पालन करना तो लक्ष्मी आप पर भी प्रसन्न हो जाएगी। अब आप सिर्फ बुधवार को बाल कटवाना ये दिन बाल कटवाने के लिए शुभ दिन है। इस दिन बाल कटवाने से धन बढ़ता है, घर में खुशहाली आती है और धन्धे में बरक्कत होती है। बाल कटवा कर मंगलवार को नारियल अगरबत्ती बजरंगबली को चढ़ाना फिर नमाज पढ़ने जाना तो लक्ष्मी जल्दी घर में प्रवेश कर जायेगी। लक्ष्मी आगमन का एक और उपाय पता चला है, अपने मकान के बाहर कौड़ियों का तोरण बनवाकर बाहर लटका देना इससे बुरी नजर और ऊपरी हवाएं दूर रहती है साथ ही लक्ष्मी आगमन के द्वार खुल जाते हैं फिर लक्ष्मी हिन्दू, मुसलमान, सिक्ख ईसाई नहीं देखती सीधे घर में प्रवेश कर जाती है। पड़ोसी को डरा देख गंगू ने उसे समझाया कि ये टोटके किसी को हानि नहीं पहुंचाते, ये मंगलसूचक, अनिष्टकारी, रोगनिवारक या टोने से बचाव के लिए किए जाते हैं। डरने की कोई बात नहीं है चुपके से अकेले में करते रहना। सब कहेंगे ये अंधविश्वास है तो तुम भी राफेल का उदाहरण दे देना। तुम्हें लक्ष्मी से मतलब है धर्म – वर्म तो बाद की चीज है।
© जय प्रकाश पाण्डेय
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