डॉ सलमा जमाल को राष्ट्र गौरव अवॉर्ड 2022 – अभिनंदन ☆
विगत दिनों जबलपुर एवं देश की प्रख्यात कवयित्री एवं अखिल भारतीय हिंदी सेवा समिति की अध्यक्ष डॉ सलमा जमालजी को भव्या फाउंडेशन एवं अंतरराष्ट्रीय मैत्री सम्मेलन, जयपुर द्वारा राष्ट्र गौरव अवार्ड 2022 पूरे सम्मान से, माला, शॉल, सम्मान पत्र, मोमेंटो, प्रदान किया गया । इस कार्यक्रम में देश विदेश से लगभग 200 साहित्यकार, पत्रकार, और मीडिया द्वारा भाग लिया गया । कार्यक्रम अखिल भारतीय खंडेलवाल वैश्य महासभा ऑडिटोरियम आर पी ए रोड शास्त्री नगर जयपुर राजस्थान में आयोजित हुआ।
सम्मान श्री महेश जोशी जलदाय मंत्री राजस्थान, श्री प्रताप सिंह खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री राजस्थान एवं कार्यक्रम अध्यक्ष राष्ट्र गौरव अवार्ड, प्रख्यात समाजसेवी एवं पत्रकार श्री पंकज कपूर दिल्ली द्वारा प्रदान किया गया ।
फाउंडेशन की संस्थापिका श्रीमती डॉ निशा माथुर ने कहा – कि डॉ सलमा जमाल द्वारा शिक्षा साहित्य और समाज सेवा के उल्लेखनीय कार्यों आपके अंतर्मन व सेवा भाव परोपकार की भावना और समाज को नई दिशा देना, सकारात्मक विचारधारा, राष्ट्र, परिवार और समाज के प्रति आप के समर्पण से हम सभी अभिभूत हैं। आपको यह सम्मान भारत की आज़ादी के अमृत महोत्सव पर प्रदान करते हुए हमारा फाउंडेशन स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा है ।
ई-अभिव्यक्ति की ओर से इस अभूतपूर्व उपलब्धि के लिए डॉ सलमा जमाल जी का अभिनंदन एवं हार्दिक बधाई
≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈
वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड लंदन द्वारा साहित्य संगम संस्थान से प्रकाशित अविचल प्रभा ई पत्रिका सम्मानित
नई दिल्ली, साहित्य संगम संस्थान, नई दिल्ली द्वारा जबलपुर मध्यप्रदेश में 18 जून 2022 को आयोजित महाकाव्यमेध वार्षिकोत्सव में संस्थान द्वारा प्रकाशित अविचल प्रभा मासिक ई पत्रिका के नशा मुक्ति विशेषांक को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड लंदन के सम्मान से सम्मानित किया।
जबलपुर के होटल दत्त रेजीडेंसी में आयोजित महाकाव्यमेध सम्मान समारोह एवं वार्षिकोत्सव की संयोजिका छाया सक्सेना ने राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी डॉ. राजेश पुरोहित को बताया कि अविचल प्रभा के नशा मुक्ति विशेषांक को यह सम्मान तिथि भल्ला, जनरल सेकेट्री, वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड के कर कमलों से प्रदान किया गया।
पत्रिका के इस अंक में 1021 रचनाकारों की नशामुक्त समाज पर केंद्रित रचनाओं को शामिल किया गया है ।
इस सत्र में मंचासीन मुख्य अतिथि, आचार्य भानुप्रताप वेदालंकार,कार्यक्रम अध्यक्ष, राजवीर सिंह मन्त्र,विशिष्ट अतिथि, एड.नरेन्द्र दत्त,कविराज तरुण सक्षम, डॉ. राजेश कुमार पुरोहित,डॉ. छगनलाल गर्ग विज्ञ, चंद्रपाल दादा रहे।
ई-अभिव्यक्ति की ओर से इस अभूतपूर्व उपलब्धि के लिए अविचल प्रभा ई पत्रिका के सभी सदस्योंको हार्दिक बधाई
≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈
डॉ ऋचा शर्मा को विक्रम सोनी लघुकथा कृति सम्मान – अभिनंदन ☆
लघुकथा शोध केंद भोपाल का अखिल भारतीय लघुकथा सम्मेलन व वार्षिक अलंकरण समारोह सम्पन्न
जो साहित्य पकता है वही साहित्य पचता है – डॉ. देवेंद्र दीपक
भोपाल 19 जून। देश के जाने माने साहित्यकार स्व. श्री माधवराव सप्रे के जन्मदिवस पर प्रतिवर्षानुसार “लघुकथा शोध केंद्र” भोपाल द्वारा अखिल भारतीय लघुकथा सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. देवेंद्र दीपक ने की।
केंद्र की निदेशक श्रीमती कांता राय ने स्वागत उद्बोधन करते हुए कहा कि आज देश के नामचीन लघुकथाकारों ने यहाँ पधारकर मुझे गौरवान्वित किया है। शोध केंद्र के सभी सदस्यों का समन्वित प्रयास है यह कार्यक्रम जो आप सभी के आशीर्वाद से पुष्पित एवम पल्लवित होता है।
स्व. माधवराव सप्रे के द्वारा लिखित प्रथम लघुकथा “एक टोकरी भर मिट्टी” का वाचन श्री राजुरकर राज एवम श्रीमती जया आर्य द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में विभिन्न पुस्तकों के विमोचन पश्चात दिल्ली से पधारे श्री बलराम अग्रवाल ने “वर्तमान लघुकथा परिदृश्य एवं संभावनाएँ” पर अपनी बात रखते हुए कहा कि लघुकथा लेखन में ध्यान इस पर देना चाहिए कि विषयों की विविधता हों।
डॉ. अशोक भाटिया ने अपने उद्बोधन में विदेशों में लिखी जा रही श्रेष्ठ लघुकथाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विश्व में लघुकथा परिदृश्य बहुत विकसित है तथा चायनीज लघुकथायें बहुत सारगर्भित लिखी गई हैं।
श्री सूर्यकांत नागर ने “लघुकथाओं में आध्यात्मिक तत्व” पर बोलते हुए कबीर से सम्बद्ध लघुकथाओं को उद्धृत किया एवं स्वयम की लघुकथा ‘अच्छे पड़ोसी’ प्रस्तुत की।
अध्यक्षता करते हुए डॉ. देवेंद्र दीपक ने कहा कि अच्छी लघुकथा लिखने के लिए आवश्यक है कि आप अपनी लघुकथा लिखकर लम्बे समय तक के लिए छोड़ देना चाहिए बाद में जब हम पुनः उसको पढ़ते हैं तो कुछ नए विचार जुड़ते हैं और लेखन में परिमार्जन होता है। जो साहित्य पकता हो वही साहित्य पचता है |
कार्यक्रम का दूसरा महत्वपूर्ण सत्र ‘अलंकरण समारोह’ का था जिसका सफल और सरस संचालन गोकुल सोनी जी द्वारा किया गया। इस सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ पत्रकार एवम संस्थापक निदेशक पद्मश्री विजयदत्त श्रीधर, अध्यक्ष के रूप में वरिष्ठ कथाकार एवं अध्यक्ष वनमाली सृजन पीठ मुकेश वर्मा एवम सारस्वत अतिथि के रूप में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. बिनय राजाराम एवं वरिष्ठ लघुकथाकार सतीश राठी उपस्थित थे | मंचस्थ अतिथियों ने डॉ. अशोक भाटिया, करनाल (हरियाणा) को प. माधवराव सप्रे स्मृति अखिल भारतीय लघुकथा अलंकरण, संतोष सुपेकर, उज्जैन को पद्मश्री रामनारायण उपाध्याय स्मृति प्रादेशिक लघुकथा सम्मान, डॉ. कुमकुम गुप्ता,भोपाल को मातुश्री धनवंती देवी स्मृति लघुकथा कृति सम्मान, पवन जैन, जबलपुर को पारस दासोत स्मृति लघुकथा कृति सम्मान एवं डॉ. ऋचा शर्मा, अहमदनगर (महाराष्ट्र) को विक्रम सोनी लघुकथा कृति सम्मानसे सम्मानित किया। इस अवसर पर अन्य सोलह लघुकथाकारों अंजू खरबंदा, नेतराम भारतीय, सुरेश बरनवाल, नूतन गर्ग, वंदना गोपाल शर्मा, अपर्णा गुप्ता, राममूरत राही, विजय सिंह चौहान, अर्चना मंडलोई, सरिता बघेला, मनोरमा पंत, सदानंद कवीश्वर, अशोक धमेंनियां, रामचंद्र धर्मदासानी, यशोधरा भटनागर को उनकी सद्य प्रकाशित कॄतियों पर ‘लघुकथा श्री’ सम्मान भी प्रदान किये गए एवं रेणुका सिंह द्वारा स्व. कृष्णा देवी स्मृति सम्मान यू.के में रहने वाली सुश्री वंदना मुकेश शर्मा को प्रदान किया गया।
कार्यक्रमका तीसरा सत्र ‘सृजन और समीक्षा’ का रहा जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में अनिल मीत वरिष्ठ साहित्यकार,नई दिल्ली अध्यक्षता डॉ. विकास दवे निदेशक साहित्य अकादमी मध्यप्रदेश सँस्कृति परिषद भोपाल एवम सारस्वत अतिथि के रूप में प्रताप सिंह जी सोढ़ी, इंदौर ,सुभाष नीरव जी दिल्ली, निहालचंद जी शिवहरे एवम अंतरा करवड़े उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन मुज़फ्फर इकबाल सिद्दीकी ने किया। इस सत्र में विभिन्न वक्ताओं ने लघुकथा सृजन के वर्तमान परिदृश्य पर महत्वपूर्ण विचार रखे एवम ततपश्चात आयोजन में पधारे देशभर के लघुकथाकारों का लघुकथा पाठ हुआ। कार्यक्रम के अंत में शशि बंसल ने आभार प्रकट किया।
ई-अभिव्यक्ति की ओर से इस अभूतपूर्व उपलब्धि के लिए डॉ ऋचा शर्मा जी एवं सभी सम्मानित साहित्यकारों का अभिनंदन एवं हार्दिक बधाई
≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈
आपण वाचलेल्या साहित्याविषयी आपली प्रतिक्रिया व्यक्त करावी. तसेच आवडलेले साहित्य आपल्या वाचनप्रेमी मित्रपरिवाराला पाठवावे . आपला वाचक वर्ग वाढवावा व त्यांनाही वाचनाचा आनंद घेऊ द्यावा.
संपादक मंडळ
ई-अभिव्यक्ती मराठी.
≈संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – श्रीमती उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे/सौ. गौरी गाडेकर≈
श्रीमती सुशीलादेवी केशवराम क्षत्रिय स्मृति बाल प्रतियोगिता- 2022 परिणाम घोषित – अभिनंदन
बालकहानी प्रतियोगिता के परिणाम घोषित – अलका प्रमोद लखनऊ को मिला प्रथम स्थान-
देशभर के बालकथाकारों से बालकहानियां प्रतियोगिता-श्रीमती सुशीलादेवी केशवराम क्षत्रिय स्मृति बाल प्रतियोगिता- 2022 के लिए आमंत्रित की गई थीं। जिसमें विभिन्न बालसाहित्यकारों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था। इस कारण इस प्रतियोगिता में 55 से अधिक कहानियां प्रविष्ठियाँ के तौर पर प्राप्त हुई थीं। प्रतियोगिता के निम्नानुसार इन सभी कहानियों पर से रचनाकारों के नाम हटाकर कहानी के शीर्षक के साथ निर्णायक और प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ दिनेश कुमार पाठक ‘शशि’ को मूल्यांकन के लिए भेजा गया था।
निर्णायक महोदय ने कहानी का अध्ययन, मनन और चिंतन करके प्रथम स्थान- महंगी पड़ी शरारत, रचनाकार- अलका प्रमोद लखनऊ, द्वितीय स्थान- कहानी मिली की, रचनाकार- इंद्रजीत कौशिक बीकानेर, तृतीय स्थान- मछली जल की रानी, रचनाकार- नीलम राकेश लखनऊ की कहानी को प्रदान किया गया।
इसी तरह प्रथम 10 कहानियों में अपना स्थान बनाने वाली कहानी और रचनाकार का नाम इस प्रकार है- सब्जी लोक में टिंकू- अलका अग्रवाल जयपुर, लैपटॉप- मधुलिका श्रीवास्तव भोपाल, कौन जीता कौन हारा- मीनू त्रिपाठी नोएडा, इफ्तारी- डॉक्टर लता अग्रवाल भोपाल, मिंकु पिंकू- वंदना पुणतांबेकर इंदौर, अनुशासन का महत्व- विनीता राहुरिकर भोपाल, खेल खेल में- अंजली खेर भोपाल, मंगलवन में अमंगल ललित शौर्य पिथौरागढ़ , नन्ना गोलू- संध्या गोयल सुगम्या राजनगर गाजियाबाद को प्राप्त हुआ है।
इन सभी विजेताओं को पुरस्कार राशि व सम्मानपत्र श्रीमती सुशीलादेवी केशवराम क्षत्रिय स्मृति बाल प्रतियोगिता- 2022 के आयोजक प्रसिद्ध बालसाहित्यकार ओमप्रकाश क्षत्रिय ‘प्रकाश’ द्वारा प्रदान किए जाएंगे।
☆ ओमप्रकाश क्षत्रिय ‘प्रकाश’ को ‘विद्या वाचस्पति’ की उपाधि ☆
रतनगढ़ । ‘ई-अभिव्यक्ति’ परिवार के वरिष्ठ साहित्यकार श्रीओमप्रकाश क्षत्रिय ‘प्रकाश’ को विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, गाँधीनगर, भागलपुर ने आपकी सुदीर्घ हिंदी सेवा, सारस्वत साधना, कला के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ, शैक्षिक प्रदेयों, महनीय शोधकार्य तथा राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा के आधार पर ‘विद्यावाचस्पति’ सारस्वत सम्मान प्रदान किया है । स्मरणीय रहे कि- यह सम्मानोपाधि पीएचडी के समकक्ष है।
‘ई-अभिव्यक्ति’ परिवार की ओर से ओमप्रकाश क्षत्रिय ‘प्रकाश’ को उनकी उपलब्धि पर हार्दिक साधुवाद !
≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈
आपल्या समूहातील ज्येष्ठ लेखिका सुश्री कुंदा कुलकर्णी यांनी लिहिलेले “।।भगवान वेदव्यास ।। “ हे अतिशय अभ्यासपूर्ण पुस्तक नुकतेच प्रकाशित झाले आहे. त्याबद्दल सुश्री कुलकर्णी यांचे मनःपूर्वक अभिनंदन, आणि अशीच आणखी माहितीपूर्ण पुस्तके त्यांच्या हातून लिहिली जावीत आणि वाचकांपर्यंत पोहोचावीत यासाठी त्यांना हार्दिक शुभेच्छा.
या पुस्तकाविषयीचे लेखिकेचे मनोगत वाचू या आजच्या “ मनमंजुषा “ या सदरात.
ज्यांना हे पुस्तक हवे असेल त्यांनी लेखिकेच्या – ९१-९५२७४ ६०२९० या मोबाईल नंबरवर संपर्क साधावा असे त्यांनी कळवले आहे.
💐 ई- अभिव्यक्ती कडून त्यांचे मनःपूर्वक अभिनंदन.💐
संपादक मंडळ
ई-अभिव्यक्ती मराठी.
≈संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – श्रीमती उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे/सौ. गौरी गाडेकर≈
शुक्रवार दि. 20 मे 2022 रोजी सांगली येथे सौ.उज्वला केळकर यांच्या ‘हिरव्या हास्याचा कोलाज’ आणि श्री.अमोल केळकर यांच्या ‘माझी टवाळखोरी’ या पुस्तकांचा प्रकाशन समारंभ संपन्न झाला.
💐 ई-अभिव्यक्ती समुहातर्फे श्रीमती उज्ज्वला केळकर आणि श्री अमोल केळकर यांचे मनःपूर्वक अभिनंदन आणि शुभेच्छा 💐
संपादक मंडळ
ई अभिव्यक्ती मराठी
≈संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – श्रीमती उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे/सौ. गौरी गाडेकर≈
श्री अमोल केळकर यांच्या “माझी टवाळखोरी” तसेच श्रीमती उज्ज्वला केळकर यांच्या “हिरव्या हास्याचा कोलाज” या पुस्तकांचे प्रकाशन श्री अरविंद मराठे यांच्या शुभहस्ते आणि श्री नितीन खाडिलकर यांच्या अध्यक्षतेखाली, शुक्रवार दिनांक २० मे रोजी सिटी हायस्कूल, सांगली येथे संध्याकाळी ४ वाजता होणार आहे.
आपण सर्वांनी या सोहळ्यास उपस्थित राहून लेखकांना शुभेच्छा द्याव्यात व आनंद द्विगुणीत करावा ही विनंती 🙏
💐 ई-अभिव्यक्ती समुहातर्फे श्रीमती उज्ज्वला केळकर आणि श्री अमोल केळकर यांचे मनःपूर्वक अभिनंदन आणि शुभेच्छा 💐
संपादक मंडळ
ई अभिव्यक्ती मराठी
≈संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – श्रीमती उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे/सौ. गौरी गाडेकर≈