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(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)
“अट्टहास शिखर सम्मान 2020” से डॉ प्रेम जनमेजय होंगे सम्मानित – अभिनंदन ☆
हिंदी व्यंग्य का विश्वविद्यालय कहे जाने वाले डॉ प्रेम जनमेजय को ‘अट्टहास शिखर सम्मान – 2020′ देने की घोषणा से हिंदी जगत ही नहीं विभिन्न विधाओं के रचनाधर्मी भी प्रसन्न हुए हैं।
व्यंग्य को एक गंभीर कर्म तथा सुशिक्षित मस्तिष्क के प्रयोजन की विधा मानने वाले डॉ प्रेम जनमेजय ने पिछले लगभग दो दशक से ‘व्यंग्य यात्रा ‘के सम्पादन द्वारा व्यंग्य विमर्श का एक सुदृढ़ मंच तैयार किया है। प्रेम जनमेजय की चर्चा के बिना हिंदी व्यंग्य पर बातचीत अधूरी है। शरद जोशी के बाद व्यंग्य नाट्य लेखन के खालीपन को उन्होंने भरा है। मुम्बई, गुजरात आदि विश्विद्यालयों के पाठ्यक्रम में इनकी रचनाएँ सम्मिलित हुई हैं। बर्दमान विश्विद्यालय, दक्षिण हिंदी प्रचार सभा, उच्च शिक्षा विभाग मद्रास, पं रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर, जीवाजी विश्विद्यालय ग्वालियर आदि में शोध हो चुके हैं/हो रहे हैं।
हरिशंकर परसाई स्मृति सम्मान, शरद जोशी, व्यंग्यश्री, दुष्यंत अलंकरण जैसे अनेक महत्वपूर्ण सम्मानों से सम्मानित डॉ प्रेम जनमेजय को 1990 में अट्टहास युवा सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है।
2020 का “अट्टहास युवा सम्मान” प्रखर युवा साहित्यकार श्री अनुज खरे जी को दिया जाएगा।
ई-अभिव्यक्ति की ओर से इस अभूतपूर्व उपलब्धि के लिए डॉ प्रेम जनमेजय जी का अभिनंदन एवं हार्दिक बधाई
साभार – श्री कमलेश भारतीय / श्री रणविजय राव
≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈
हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं आदरणीय