सौ. रेखा दयानंद हिरेमठ

☆ – ऐ खूबसूरत  जिंदगी… – ☆ सौ. रेखा दयानंद हिरेमठ

आज तुम पे क्या लिखूँ 

ऐ खूबसूरत जिंदगी

कभी तुमने मुझे

कभी मैंने तुम्हें

संवारा है

 

संवारते संवारते  

तूमने मुझे ही

मेरे बेहतर “मैं” से

मिलाया है

 

वो जो स्कूल की किताबें

 न सिखा पायी

 वो पाठ तुमने

 मुझे पढ़ाया है

 

बचपन से अब तक

कौन अपना

कौन पराया

तुम्ही ने तो सिखाया है

 

ना तुमसे कुछ गिला है

न शिकायत है

आखिरकार मेरा वजूद

तुम्ही ने निखारा है

 

अल्हड़ बचपन को

मेरे तुम्ही ने थामा है

युवावस्था में तुम्ही ने

 तो मुझे संजोया है

 

लाड़ली बेटी से समझदार बहू    

 समझदार बहू से कर्तव्य दक्ष माता

 बनने तक के सफर में

 तुम्ही ने तो रास्ता दिखाया है

 

बस यूं ही मुझे

तराशती रहना 

यूं ही मुझे मेरा

निखरा मन

सौंपती रहना

😍दEurek(h)a🥰

© सौ. रेखा दयानंद हिरेमठ

21-8-2023

सांगली

≈संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – सौ. उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे/सौ. गौरी गाडेकर≈

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