अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस विशेष 

श्री दिव्यांशु शेखर 

(युवा साहित्यकार श्री दिव्यांशु शेखर जी ने बिहार के सुपौल में अपनी प्रारम्भिक शिक्षा पूर्ण की।  आप  मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक हैं। जब आप ग्यारहवीं कक्षा में थे, तब से  ही आपने साहित्य सृजन प्रारम्भ कर दिया था। आपका प्रथम काव्य संग्रह “जिंदगी – एक चलचित्र” मई 2017 में प्रकाशित हुआ एवं प्रथम अङ्ग्रेज़ी उपन्यास  “Too Close – Too Far” दिसंबर 2018 में प्रकाशित हुआ। ये पुस्तकें सभी प्रमुख ई-कॉमर्स वेबसाइटों पर उपलब्ध हैं। आज प्रस्तुत है  अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर  श्री दिव्यांशु शेखर जी की विशेष कविता “स्त्री तुम हो”  )

☆ अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस विशेष – स्त्री तुम हो 

 

स्वयं आदिशक्ति से लेकर सबके भक्ति तक,

पूज्य धात्री से लेकर प्यारी पुत्री तक,

सहभागी भगिनी से लेकर सहयोगी अर्धांगिनी तक,

दादी के पिहानी से लेकर नानी के कहानी तक,

नायक के मीत से लेकर गायक के गीत तक,

निर्देशक के मंचन से लेकर चित्रक के चित्रण तक,

संसार की संरचना से लेकर मेरी हर रचना तक।

 

©  दिव्यांशु  शेखर

कोलकाता

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