श्री ओमप्रकाश क्षत्रिय “प्रकाश”
(सुप्रसिद्ध साहित्यकार श्री ओमप्रकाश क्षत्रिय “प्रकाश” जी का हिन्दी बाल -साहित्य एवं हिन्दी साहित्य की अन्य विधाओं में विशिष्ट योगदान हैं।आज प्रस्तुत है जयसिंह आशावत जी के गीत संग्रह “आकू -काकू ” की पुस्तक समीक्षा।)
☆ पुस्तक चर्चा ☆ ‘आकू-काकू’ – जयसिंह आशावत ☆ समीक्षा – श्री ओमप्रकाश क्षत्रिय ‘प्रकाश’ ☆
पुस्तक- आकू-काकू
गीतकार- जयसिंह आशावत
प्रकाशक- बोधि प्रकाशन,
सी-46, सुदर्शन इंडस्ट्रीज एरिया, एक्सटेंशन, नाला रोड, 22-गोदाम, जयपुर- 302006
मोबाइल नंबर 9829018087
☆ सरस गीतों का संग्रह हैं आकू-काकू -ओमप्रकाश क्षत्रिय ‘प्रकाश’ ☆
बच्चे हमेशा गेय कविता या गीत पसंद करते हैं। लय-ताल वाली कविता झट से पढ़ते हैं। उन्हें गुनगुनाना अच्छा लगता है। इस कारण ऐसी काव्य पंक्तियां झट से याद कर लेते हैं।
प्रस्तुत कृति आकू-काकू एक बाल गीत संग्रह की पुस्तक है। रचनाकार की यह चौथी पुस्तक है, जिसकी निम्न काव्य पंक्तियों में सरसता, सरलता व सहजता को देख सकते हैं-
आकू-काकू अपनी-अपनी
मम्मी से करते फरियाद।
लंबी-लंबी कविताएं तो
होती मुश्किल से याद ।।
यहीं हाल बच्चों का है। उन्हें छोटी व लयबद्ध कविताएं पसंद आती है। सरल ,सहज व प्रवाहमय काव्य पंक्तियां उन्हें बहुत आकर्षित करती है।
बच्चों को बच्चों सी कविता
जिनका हो छोटा आकार ।
हो बच्चों को शिक्षा देती
हंसी-खुशी की भरें फुहार।।
यह गीत ठीक इसी प्रकार की शिक्षा देता है। इस संग्रह में 29 कविताएं व गीत सम्मिलित किए गए हैं। इसमें कई कहानियों का पद्य रूप बहुत बढ़िया बना है। जिसे कहानी के रूप में बच्चे याद रख सकते हैं।
सूरज उगने वाला अब ।
लाल हुआ पूरब में नभ ।।
जैसी सरल, सहज व प्रवाहमई पंक्तियों से से सृजित गीत संग्रह बच्चों को बहुत लुभाएगा। इसकी भाषा सरल व सहज हैं।
पूड़ी, कचोरी और समोसा
खट्टी चटनी इडली डोसा।
बच्चों के मनभावन पकवान उन की काव्यरस आनंद को दो गुणित कर देता है।
बयाबान जंगल था उसमें
एक शेर रहता था।
राजा हूं मैं इस जंगल का
सबसे यह कहता था।।
कहानी भरी काव्य पंक्तियां बच्चों को कथारस सरल ढंग से मजा देती है।
आकू-काकू, हंकी-जंकी
करते हैं मिलकर नौटंकी।
प्रस्तुत पुस्तक की साजसज्जा उत्तम है। गीत की दृष्टि से बच्चों के लिए उपयोगी और संग्रहणीय पुस्तक है। आकर्षण कवर से सज्जित पुस्तक का मूल्य ₹150 वाजिब है।
आशा है इस बाल गीत संग्रह का बाल साहित्य में भरपूर स्वागत होगा।
© ओमप्रकाश क्षत्रिय “प्रकाश”
मोबाइल – 9424079675
≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈