श्री मनोज कुमार शुक्ल “मनोज”
संस्कारधानी के सुप्रसिद्ध एवं सजग अग्रज साहित्यकार श्री मनोज कुमार शुक्ल “मनोज” जी के साप्ताहिक स्तम्भ “मनोज साहित्य ” में आज प्रस्तुत है दीप पर्व पर विशेष कविता “दीपावली का पर्व यह …”। अब आप प्रत्येक मंगलवार को आपकी भावप्रवण रचनाएँ आत्मसात कर सकेंगे।
मनोज साहित्य # 6 – दीप पर्व विशेष – दीपावली का पर्व यह … ☆
मातु लक्ष्मी कृपा कर, सरस्वती दे ज्ञान ।
गणपति से आशीष ले, सभी बने विद्वान ।।
फुलझड़ियां मुस्कान की, जगमग जलते दीप।
खुशियों के बम फूटते, पाकर मोती सीप।।
दीपक घर घर में जलें, दूर हटे अज्ञान ।
तमस सभी मन के मिटें, सबका हो कल्यान।।
रंग बिरंगी रोशनी, झूम उठेगी शाम।
राम अयोध्या आ गए, सँबरे सबके काम।।
दीपावली का पर्व यह, फिर आया इस बार ।
हंसी-खुशी सब साथ में, सुखमय हो संसार।।
© मनोज कुमार शुक्ल “मनोज”
संपर्क – 58 आशीष दीप, उत्तर मिलोनीगंज जबलपुर (मध्य प्रदेश)- 482002
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≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈
सुंदर रचना बधाई