सुश्री मीनाक्षी भालेराव 

(ई-अभिव्यक्ति हेतु सुश्री मीनक्षी भालेराव जी के साक्षात्कार पर आधारित आलेख)

 

☆ जीवन यात्रा – सुश्री मीनाक्षी भालेराव (साहित्यकार, समाज-सेविका एवं मॉडल) ☆

 

सुश्री मीनाक्षी भालेराव एक प्रसिद्ध कवयित्री तो हैं ही, इसके अतिरिक्त वे साहित्य, कला, संस्कृति के क्षेत्र में सेवाएँ देने के लिए सदैव तत्पर रहती हैं।

गुमनामी में दफन होने से अच्छा है

जरूरत मंदों के दिलों में जिन्दा रहें।

लोगों की कला को नई पहचान देना और उनका सम्मान करना तथा  सब के साथ सादगी से पेश आना, लोगों के दिलों को जीतना उनकी फि़तरत है और सदैव मुस्कराते रहना उनकी आदतl अपनी सादगी एवं सद्कार्यों के कारण वे समाज में सम्माननीय हैं।

उनके अनुसार अपने अन्दर के इंसान को जीवित रखना बहुत जरूरी है। उनके ही शब्दों में –

हर एक इन्सान में, एक इन्सान और रहता है,

जो बचाना चाहता है, अपने इन्सान होने को

विगत २८ वर्षों से उन्होने आपने आपको साहित्य, कला और समाज सेवा में स्वयं को समर्पित कर दिया है। हर किसी की परेशानी को अपनी परेशानी समझकर तथा गरीबों एवं जरूरतमंदों के बीच में रहकर उनकी मदद करना वे अपना धर्म समझती हैं। अमीर गरीब का भेद मिटाते हुए हर परेशान व्यक्ति की सहायता करने से वे आत्म संतुष्टि पाती हैं।

२०१४ में उन्होने पृथा फाऊंडेशन नामक संस्था की नींव रखी जिसके माध्यम से वे साहित्यकारों को हिन्दी, उर्दू, मराठी और अन्य भाषाओं में कविता, शायरी, नज्म़ और आपने मन की बात रखने का अवसर प्रदान करती हैं प्रत्येक माह के तीसरे शनिवार को इस संस्था के माध्यम से   बुद्धिजीवियों  और  साहित्यकारों को आमंत्रित किया जाता हैl  विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा कार्य करने वाले बुद्धिजीवियों, साहित्यकारों एवं कलाकारों से उनके विचार सुने जाते हैं एवं पृथा फाउंडेशन की ओर से सम्मानित किया जाता है। सभी राष्ट्रीय उत्सव, महापुरुषों की जयन्ती, शहीद दिवस, नारी सशक्तिकरण तथा पर्यावरण जैसे कई कार्यो को साकार किया जाता हैl

जरुरतमन्द लोगों को रोज़मर्रा की जिंदगी में काम आने वाली वस्तुएं जैसे किताबे, कपडा, अनाज आदि से मदद करने का प्रयास किया जाता है। इसके अतिरिक्त अन्य सेवाभावी संस्थाओं की भी सहायता पृथा फाऊंडेशन करती आ रही हैl

*परामर्श की पहल *

आज लोगों को एक दुसरे को मिलने जुलने और बातचीत के लिये वक्त नहीं है। व्यक्ति एक दुसरे से टूटता जा रहा हैं आज उसे परामर्श की आवश्यकता है। परामर्श के इस कार्य में पृथा फाऊंडेशन सकारात्मक कार्य कर रही हैंl

*भाषा से भारत जोडो*

पृथा फाऊंडेशन में हर भाषा का सम्मान किया जाता है। किन्तु, हिन्दी तो हमारी राष्ट्रभाषा है और प्रत्येक भारतवासी का कर्तव्य है की वे उसका सम्मान और  प्रचार प्रसार करें। यह पृथा फाऊंडेशन की धारणा है और उसके लिये संस्था हर तरह के प्रयास करती आ रही है।

*अक्षर अक्षर कविता*

प्रत्येक माह काव्य पाठ, दिवयांगों और बच्चों के लिए महफिल, साहित्य निर्माण के लिए प्रयास किये जा रहे हैl

* पुरस्कार एवं सम्मान *

  • मणिभाई देसाई सेवा पुरस्कार
  • स्त्री शक्ती विशेष सेवा पुरस्कार
  • वुमेन्स अचिव्हर्स अवार्ड
  • हिन्दी भाषारत्न पुरस्कार
  • हिन्दी भूषण पुरस्कार
  • पुणे रोटरियन विशेष पुरस्कार
  • साहित्य सेवा पुरस्कार

जागतिक महिला दिवस के उपलक्ष में सुश्री मीनाक्षी भालेराव जी की ओर से विशेष महिलाओं को “पृथा स्त्री-शक्ती पुरस्कार” दिया जाता है।

*भविष्यकालीन योजनाएँ*

  • जरुरत मंदो को रोटी, कपडा और जल पहुँचाना
  • स्त्री सशक्तिकरण
  • महिलाओं के लिए आरोग्य सेवा मुहैया कराना
  • व्यसनमुक्त समाज के हेतु भवन निर्माण करना
  • ग्राम विकास व समाजसेवा के लिए युवाओ में जाग्रति पैदा करना

व्यक्ति का विकास ही समाज का विकास है और समाज का विकास ही देश का विकास हैl इस सोच के साथ सुश्री मीनाक्षी भालेराव जी पुणे में विगत 28 वर्षों से कार्यरत हैं एवं वे सदैव ऐसे ही कार्यों से साहित्य, कला व समाज की सेवा करती रहें एवं प्रगति पथ पर बढ़ती रहें इसी कामना के साथ।

 

image_print
0 0 votes
Article Rating

Please share your Post !

Shares
Subscribe
Notify of
guest

1 Comment
Oldest
Newest Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments

बहुत-बहुत आभार सर जी आपने मुझे अभिव्यक्त में इतना सम्मान दिया बहुत-बहुत शुक्रिया ??????