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(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)
सिक्किम के गवर्नर द्वारा डॉ निशा अग्रवाल सम्मानित – अभिनंदन
भारत सरकार से मान्यता प्राप्त सच की दस्तक पत्रिका द्वारा मुगलसराय वाराणसी में छठवां स्थापना दिवस मनाया गया। कार्यक्रम सिक्किम गवर्नर महामहिम माननीय श्री लक्ष्मण आचार्य जी के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री सोमनाथ संस्कृत विश्वविद्यालय गुजरात के पूर्व कुलपति प्रो. गोपबंधू मिश्रा जी, अंतर विश्वविद्यालय अध्यापक शिक्षा केंद्र बी.एच.यू वाराणसी निदेशक प्रो. प्रेमनारायण सिंह जी, विधानसभा मुगलसराय विधायक माननीय रमेश जायसवाल जी, महामना मदन मोहन मालवीय हिंदी संस्थान पत्रकार महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी से डॉ नागेंद्र सिंह जी, राजस्थान से वरिष्ठ साहित्यकार श्री राव शिवराज पाल सिंह जी शामिल हुए।
कार्यक्रम में प्रिंट मीडिया की प्रामाणिकता विषय पर परिचर्चा की गई। इस परिचर्चा का यही निष्कर्ष सामने आया कि आज के युग में भी प्रिंट मीडिया की प्रामाणिकता बरकरार है। आज भले ही डिजिटल युग और सोशल मीडिया का ज़माना आ गया है लेकिन प्रिंट मीडिया की साख और विश्वसनीयता आज भी बरकरार है।
टेक्नोलॉजी के ज़माने में भी सुबह की चाय के साथ आज भी अखबार / पत्रिका का बेसब्री से इंतज़ार रहता है। चाहे देश हो या विदेश, सभी जगह प्रिंट मीडिया की अपनी एक अलग ही महत्ता है। जहां सोशल मीडिया / टीवी आदि पर सनसनीखेज खबरें, संदेहात्मक खबरें तीव्रता से प्रसारित होती हैं वहीं प्रिंट मीडिया केवल ऐसी खबरों को घर घर तक पहुंचाता है, जिनमें वैद्यता, विश्वसनीयता, सत्यता होती है। अगर टेक्नोलॉजी के चलते प्रिंट मीडिया का महत्व ना होता तो जापान में प्रिंट मीडिया का अस्तित्व ही ना होता। प्रिंट मीडिया सामाजिक सरोकार, विश्लेषण शक्ति, व्याख्या की शैली, सकारात्मक दृष्टिकोण प्रसारित करने में आज भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सच की दस्तक पत्रिका भी पिछले पांच वर्षों से स्थानीय जनों से एक ऐसा रिश्ता स्थापित किए हुए है, जो सत्य की कसौटी पर खड़ी है। झूंठ की दरिंदगी और अत्याचारों के खिलाफ सत्य की आवाज को आमजन तक पहुंचा घर घर तक, दिल दिल तक पहुंचा रही है। सच की दस्तक पत्रिका का मुख्य उद्देश्य खबरों को आमजन तक ज्यों का त्यों परोसना है। खबरों में विचारों की मिलावट से बचने का पूरा प्रयास है। यही कारण है कि आज सच की दस्तक पत्रिका का छठवां स्थापना दिवस बड़े ही भव्य रूप से हम मना रहे हैं। सच की दस्तक पत्रिका के संपादन एवं प्रसारण में विशेष भूमिका सहज और सरल स्वभाव के धनी, सहृदय और एक जुट की भावना रखने वाले संपादक महोदय श्री ब्रजेश कुमार जी एवं समाचार संपादक सुश्रीआकांक्षा सक्सेना जी की है। जिन्होंने पत्रिका की टीम को स्नेहिल सहयोग से इस पत्रिका से जोड़े रखा है।
आज सच की दस्तक पत्रिका सफलता के पथ पर है। एक सफल और समृद्ध पत्रिका की यही पहचान है। यही कारण है कि आज यह पत्रिका इस मुकाम तक पहुंच गई है।
कार्यक्रम में देश के विभिन्न राज्यों से इस पत्रिका के संवाददाताओं ने शामिल होकर अपना अपना विशेष प्रतिनिधित्व निभाया। इसमें जयपुर से राजस्थान ब्यूरो चीफ डॉ निशा अग्रवाल, धौलपुर ब्यूरो चीफ सुनील मित्तल जी, उत्तराखंड ब्यूरो चीफ श्री रोहित गोचकवे जी, यू पी ब्यूरो चीफ श्रीमती मृदुला श्रीमाली जी एवं अनेक विद्द्वेता, कलाकार, साहित्यकार शामिल हुए।
कार्यक्रम में सिक्किम गवर्नर महामहिम माननीय श्री लक्ष्मण आचार्य जी द्वारा डॉ निशा अग्रवाल को सेवा श्री सम्मान से नवाजा गया। साथ ही डॉ निशा ने राज्यपाल महोदय को अपनी पुस्तक “शिक्षा का बदलता स्वरूप” भेंट की।
कार्यक्रम समापन की कड़ी में डॉ निशा ने सच की दस्तक पत्रिका संपादक महोदय श्री ब्रजेश कुमार जी, समाचार संपादक प्रिय आकांक्षा सक्सेना जी, उप संपादक श्री शिव मोहन जी, खेल संपादक श्री मनोज कुमार जी, मीडिया प्रभारी श्री अशोक जी , विज्ञापन प्रभारी इंखताब अहमद जी, एवं समस्त टीम का ह्रदय के अंतःस्तल से धन्यवाद एवं अनंत आभार व्यक्त किया।
≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈