☆ सूचनाएँ/Information ☆
(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)
साहित्य की दुनिया – श्री कमलेश भारतीय
(साहित्य की अपनी दुनिया है जिसका अपना ही जादू है। देश भर में अब कितने ही लिटरेरी फेस्टिवल / पुस्तक मेले / साहित्यिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जाने लगे हैं । यह बहुत ही स्वागत् योग्य है । हर सप्ताह आपको इन गतिविधियों की जानकारी देने की कोशिश ही है – साहित्य की दुनिया)
☆ हिमालय साहित्य मंथ की चली साहित्य की रेल — कमलेश भारतीय ☆
साहित्य को आम जन तक पहुंचाने के लिये अनेक तरीके अपनाये जा रहे हैं जिनमें हिमालय साहित्य मंच का राष्ट्रीय आयोजन पांचवें वर्ष में प्रवेश कर गया है। कालका-शिमला धरोहर चलती रेल में पांचवीं भलकू स्मृति साहित्यिक यात्रा का आयोजन इस सप्ताह किया गया जिसमे देश के 35 लेखकों ने देश के विभिन्न कोनों से भाग लिया। स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर (कर्नल) धनीराम शाण्डिल यात्रा को हरी झंडी दी।
विश्व धरोहर के रूप में विख्यात शिमला-कालका चलती रेल में हिमालय साहित्य, संस्कृति एवं पर्यावरण मंच द्वारा बाबा भलखू स्मृति साहित्यिक रेल यात्रा का राष्ट्रीय स्तर पर आयोजन किया गया। जिसमें हिमाचल सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ.(कर्नल) धनीराम शांडिल मुख्य अतिथि के रूप में शिमला रेलवे स्टेशन से यात्रा को फ्लैग ऑफ किया। इस यात्रा में देश और प्रदेश के विभिन्न भागों से स्थानीय लेखकों सहित 35 लेखक, पत्रकार, रंगकर्मी और लोक गायक शामिल हुए।
यह जानकारी आज मीडिया को हिमालय मंच के अध्यक्ष और प्रख्यात लेखक एस.आर.हरनोट ने दी। मंच संचालन रंगकर्मी देवकन्यः ठाकुर ने किया।
अजय सिंह राणा का मक्कड़जाल: चंडीगढ़ के कथाकार अजय सिंह राणा के नवप्रकाशित कथा संग्रह मक्कड़जाल पर सेंट्रल सत्रह स्थित स्टेट लाइब्रेरी में परिचर्चा व विमोचन किया गया। इस अवसर, पर प्रसिद्ध रचनाकार, प्रो एम एम जुनेजा अध्यक्ष, कैलाश आहलूवालिया मुख्य अतिथि और कमलेश भारतीय विशिष्ट अतिथि थे। रोजलीन, ब्रहम दत्त शर्मा, सुरेश ; अश्विनी शांडिल्य, विनीत कपूर आदि ने समीक्षा प्रस्तुत की जबकि गुरदीप, चंचल, आशीष और अन्य ने काव्य पाठ किया। यह बहुत ही शानदार कार्यक्रम रहा और इसके लिये अजय सिह राणा और हरियाणा लेखक मंच के सदस्यों ने पूरा पूरा पूरा सहयोग दिया। कार्यक्रम में बहुत ही प्रतिभाशाली रचनाकार मौजूद रहे।
राजकमल चौधरी स्मृति कथा सम्मान शंकर को: वरिष्ठ कथाकार व चर्चित पत्रिका परिकथा के संपादक शंकर का चयन हुआ राजकमल स्मृति कथा सम्मान के लिये हुआ है। कवि-संपादक विष्णु चंद्र शर्मा द्वारा मित्रनिधि के माध्यम से प्रारम्भ किया गया यह सम्मान दो वर्ष के अंतराल में प्रदान किया जाता है। सम्मान के संयोजकों के अनुसार समारोह सितंबर माह में राजधानी में आयोजित होगा। यह सम्मान अब तक इब्बार रब्बी, पंकज बिष्ट और विजेन्द्र को प्रदान किया जा चुका है। इसी प्रकार हिसार में एक समाचारपत्र समूह द्वारा आयोजित भव्य समारोह में हरियाणा ग्रंथ अकादमी के पूर्व उपाध्यक्ष व चर्चित कथाकार कमलेश भारतीय व हास्य व्यंग्य लेखिका डाॅ शम्मी शर्मा को गुजवि के कुलपति प्रो नरसी बिश्नोई व एडीजीपी श्रीकांत माधव ने सम्मानित किया।
सुधा ओम ढींगड़ा की पुस्तक पंजाबी में: प्रसिद्ध रचनाकर व विदेश में बसीं सुधा ओम ढींगड़ा की पुस्तक ‘धूप से रूठी चांदनी’ का पंजाबी अनुवाद ‘धुप्प नाल रूसी चांदनी’ का विमोचन और काव्य गोष्टी हुई। ख़ुशी की बात यह है यह सुधा की पंजाबी में यानी उनकी माँ बोली में आई है। अनुवादक डॉ. अमरजीत कोंके ने यह जानकारी दी।
लोक साहित्य संगम, राजपुरा द्वारा आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में अमरीका में रहती हिंदी लेखिका सुधा ओम ढींगरा की काव्य पुस्तक ‘धुप्पा नाल रूसी चांदनी’ का विमोचन किया गया। संचालन बलदेव खुराना ने किया।
चंडीगढ़ में सत्यपाल सहगल की दूसरी किताब: पंजाब विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग से वर्षों संबद्ध रहे डाॅ सत्यपाल सहगल के काव्यसंग्रह दूसरी किताब का विमोचन सेक्टर बीस में साहित्य चिंतन संस्था द्वारा आयोजित किया गया। सत्यपाल सहगल इस क्षेत्र के महत्वपूर्ण व चर्चित कवि है। अध्यक्षता पंजाब विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग के अध्यक्ष डाॅ अक्षय ने किया। सत्यपाल सहगल ने कहा कि कविता अपना काम करती है। बहुत बहुत बधाई।
साभार – श्री कमलेश भारतीय, पूर्व उपाध्यक्ष हरियाणा ग्रंथ अकादमी
संपर्क – 1034-बी, अर्बन एस्टेट-।।, हिसार-125005 (हरियाणा) मो. 94160-47075
(आदरणीय श्री कमलेश भारतीय जी द्वारा साहित्य की दुनिया के कुछ समाचार एवं गतिविधियां आप सभी प्रबुद्ध पाठकों तक पहुँचाने का सामयिक एवं सकारात्मक प्रयास। विभिन्न नगरों / महानगरों की विशिष्ट साहित्यिक गतिविधियों को आप तक पहुँचाने के लिए ई-अभिव्यक्ति कटिबद्ध है।)
≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈