सूचना/Information ☆ सम्पादकीय निवेदन – ई-अभिव्यक्ती (मराठी) – दिवाळी अंक २०२२ ☆ सम्पादक मंडळ ई-अभिव्यक्ति (मराठी) ☆

ई-अभिव्यक्ती (मराठी) – दिवाळी अंक – २०२२ 

🕯  संपादकीय निवेदन 🕯

 

संपादक मंडळ

ई अभिव्यक्ती मराठी

≈संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – श्रीमती उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे/सौ. गौरी गाडेकर≈

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सूचना/Information ☆ सम्पादकीय निवेदन – ई-अभिव्यक्ती (मराठी) – दिवाळी अंक २०२२ – फराळ दिवाळी – अक्षर दिवाळी☆ सम्पादक मंडळ ई-अभिव्यक्ति (मराठी) ☆

🕯  संपादकीय निवेदन 🕯

🕯 ई-अभिव्यक्ती (मराठी) – दिवाळी अंक 🕯

फराळ दिवाळी – अक्षर दिवाळी

सुगंधी उटण्याच्या वातावरणात फराळाचा आस्वाद घेताना तुमचा आनंद द्विगुणीत करण्यासाठी आम्ही घेऊन येत आहोत साहित्याचा नजराणा! अक्षरांच्या दीपांनी तुमचे मन उजळवून टाकायला!

*प्रतिक्षा संपली आता
अभिव्यक्ती येता हाता*

ई अभिव्यक्तीचा पहिला वहिला ई-दिवाळी अंक शब्दसौंदर्याने नटून थटून येत आहे तुमच्या हाती,अगदी लवकरच.

अगदी कुठेही वाचा—

तुमच्यास्मार्टफोनवर, लॅपटॉप, काॅम्प्युटर, आय फोन, टॅबलेटवर, अगदी कुठेही. कारण हा आहे स्मार्ट वाचकांचा स्मार्ट दिवाळीअंक!

विशेष म्हणजे क्यू.आर.कोड सुद्धा मिळणार आहे स्कॅनिंगसाठी.

आता तयार ठेवा तुमचे मोबाईल आणि लॅपटॉप आणि घ्या आनंद या आगळ्यावेगळ्या अंकाचा.पाठवा आपल्या रसिक वाचक मित्रांना आणि वाढवा आनंद दिवाळीचा.

…..आणि हा अमूल्य खजिना अगदी विनामूल्य बरं का!

संपादक मंडळ

ई अभिव्यक्ती मराठी

≈संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – श्रीमती उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे/सौ. गौरी गाडेकर≈

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सूचनाएँ/Information ☆ हिंदी के छात्र- लेखकों की “कहानी वाचन और विश्लेषण” – नवीन प्रयोगशाला – वाचन प्रेरणा दिवस आयोजित –  डॉ. प्रेरणा उबाळे, मॉडर्न महाविद्यालय ☆

 ☆ सूचनाएँ/Information ☆

(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

🌹 हिंदी के छात्र- लेखकों की “कहानी वाचन और विश्लेषण” – नवीन प्रयोगशाला : – वाचन प्रेरणा दिवस आयोजित –  डॉ. प्रेरणा उबाळे 🌹

दिनांक 15 अक्टूबर, राष्ट्रीय वाचन प्रेरणा दिन के उपलक्ष्य में हिंदी विभाग के सभी प्राध्यापकों ने अपनी-अपनी कक्षाओं में छात्रों द्वारा रचित कहानियों का वाचन करावाया l
प्रा. असीर मुलाणी जी ने तृतीय वर्ष कला की कक्षा के छात्रों से तो प्रा. संतोष तांबे जी ने प्रथम वर्ष वाणिज्य की कक्षा में कहानी वाचन करवाया तथा इन सभी का समापन डॉ. प्रेरणा उबाळे जी ने प्रथम वर्ष कला, द्वितीय वर्ष कला ( हिंदी विशेष) की कक्षा में किया l साहित्यकार के लेखन की छटपटाहट, अनुभव को शब्दांकित करने की प्रक्रिया, लेखन की शैली आदि विषयों पर डॉ. प्रेरणा उबाळे, हिंदी विभागाध्यक्ष जी ने प्रकाश डाला l

हिंदी विभाग द्वारा आयोजित “कहानी वाचन और विश्लेषण” के अंतिम समापन में हिंदी के हमारे प्रिय छात्र लेखकों ने स्वरचित लघुकथाओं को पढ़कर आज गंभीर साहित्यिक माहौल बना दिया l

प्रथम वर्ष कला के छात्र सुमेध ने अपनी “लम्हा” नामक कहानी पढ़कर सभी छात्रों को मंत्रमुग्ध कर दिया l जीवन सत्य घटना को उसने कहानी के रूप में बहुत सुंदरता से अंकित कर सभी को प्रभावित कर दिया l इसी के समान प्रथम वर्ष कला की छात्रा प्राची जोशी ने अपनी काव्यात्मक कथा को सबके सम्मुख रखा l इन छात्रों की कथाओं को अन्य सभी छात्रों ने खूब सराहा l

पिछले वर्ष हमारे दृष्टिबाधित छात्रों ने अपने पुस्तक वाचन के अनुभवों को साझा किया था l आज एक चरण और आगे बढ़कर हिंदी विभाग, मॉडर्न महाविद्यालय (स्वायत्त), शिवाजीनगर, पुणे 05 ने छात्र लेखकों की कहानियों का पाठ आयोजित किया l आज के कार्यक्रम में 70 से अधिक छात्रों ने उत्स्फूर्त सहभाग दर्शाया l

हिंदी कविताएँ लिखनेवाले छात्रों के समान आज हमें हिंदी कहानियाँ और लघुकथा लिखनेवाले लेखक मिल गए, यह हिंदी विभाग की आज की एक बड़ी उपलब्धि रही l

प्रस्तुति – डॉ. प्रेरणा उबाळे

हिंदी विभागाध्यक्षा, मॉडर्न कला, विज्ञानऔर वाणिज्य महाविद्यालय, (स्वायत्त), शिवाजीनगर, पुणे 05

≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈

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सूचना/Information ☆ विवेचना का 28वां राट्रीय नाट्य समारोह (12 से 16 अक्टूबर 2022) प्रारम्भ ☆

सूचना/Information 

(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

? विवेचना का 28वां राट्रीय नाट्य समारोह (12 से 16 अक्टूबर 2022) प्रारम्भ ?  

विवेचना थियेटर ग्रुप ( विवेचना, जबलपुर ) का 28 वां राष्ट्रीय नाट्य समारोह इस वर्ष 12 से 16 अक्टूबर 2022 तक आयोजित।

यह समारोह 5 दिवसीय है। इस समारोह में विवेचना ने विशेष नाटकों का चुनाव किया है।

पहले दिन 12 अक्टूबर को मुम्बई के कलाकार प्रसिद्ध फिल्म व टी वी कलाकार अशोक बांठिया के निर्देशन में ’लोमड़ियां’ नाटक मंचित हुआ। यह नाटक भारत व विदेशों में बार बार मंचित हुआ है।

दूसरे दिन आज 13 अक्टूबर को शैडो थियेटर ग्रुप के कलाकार युवा निर्देशक मनोज नायर के निर्देशन में मजेदार नाटक ’नेपथ्य में शकुन्तला’ नाटक मंचित करेंगे।यह एक हल्का-फुल्का हास्य नाटक है जो विशेष रूप से युवाओं के लिए तैयार किया गया है विवेचना ने सभी दर्शकों से और खास तौर पर छात्र छात्राओं से इस नाटक को देखने का आग्रह किया है।

तीसरे दिन 14 अक्टूबर शुक्रवार को चेतना रंगसमूह भोपाल के कलाकार बहुप्रशंसित नाटक ’बैटर हाफ’ का मंचन करेंगे। यह नाटक बुजुर्ग पति पत्नी के प्रेम और संघर्ष की कहानी है। यह नाटक प्रथम प्रदर्शन से ही बहुत सराहा गया है।

चौथे दिन 15 अक्टूबर 2022 को गाथा रंगमंच दिल्ली के कलाकार वरिष्ठ निर्देशक भूपेश जोशी के निर्देशन में महाकवि भास का क्लासिक खूबसूरत नाटक ’चारूदत्त’ प्रस्तुत करेंगे। यह नाटक अन्तर्राट्रीय भारत रंगमहोत्सव मेें मंचित हो चुका है।

पांचवें और अंतिम दिन 16 अक्टूबर को अंक मुम्बई के कलाकार स्व रनवीर सिंह का लिखा और स्व दिनेश ठाकुर द्वारा निर्देशित नाटक ’हाय मेरा दिल’ मंचित करेंगे। यह विशुद्ध हास्य नाटक है जिसके 1100 से अधिक प्रदर्शन हुए हैं।

यह समारोह तरंग प्रेक्षागृह में एम पी पावर मैनेजमेंट कं लि, केन्द्रीय क्रीड़ा व कला परिषद के सहयोग से आयोजित हो रहा है । नाटकों का मंचन प्रतिदिन संध्या 7.30 बजे होगा। इस अवसर पर चित्र प्रदर्शनी, पुस्तक प्रदर्शनी व प्रतिदिन प्लेटफाॅर्म प्रदर्शन होंगे।

विवेचना थियेटर ग्रुप की ओर हिमांशु राय, बांकेबिहारी ब्यौहार, मनु तिवारी, अजय धाबर्डे आदि ने सभी नाट्य प्रेमी दर्शकों से समारोह के सभी नाटकों को देखने का अनुरोध किया है।

हिमांशु राय
सचिव विवेचना

≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈

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सूचना/Information ☆ नर्मदा सौंदर्य, समृद्धि वैराग्य की नदी पुस्तक के लेखक सुरेश पटवा को वांग्यमय लेखन पुरस्कार – अभिनंदन ☆

सूचना/Information 

(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

? नर्मदा सौंदर्य, समृद्धि वैराग्य की नदी पुस्तक के लेखक सुरेश पटवा को वांग्यमय लेखन पुरस्कार – अभिनंदन ?  

मध्य प्रदेश राष्ट्रभाषा प्रचार समिति द्वारा हज़ारी लाल जैन स्मृति वांग्यमय लेखन पुरस्कार-२०२२ भोपाल के चिरपरिचित लेखक सुरेश पटवा को एक गरिमामय समारोह में मुख्य अतिथि कृपा शंकर शर्मा, पूर्व मुख्य सचिव और राष्ट्रभाषा प्रचार समिति के अध्यक्ष सुखदेव प्रसाद दुबे की अध्यक्षता में प्रदान किया।

कैलाश पंत, मंत्री संचालक ने स्वागत उद्बोधन में हिंदी की देश और विदेश में सार्वभौमिकता को रेखांकित किया। मुख्य अतिथि कृपा शंकर शर्मा ने कहा कि भाषा संस्कृति की वाहक होती है। हिंदी को जनता ने बनाया है और विकसित कर रही है। इसलिए हिंदी का भविष्य उज्ज्वल है।

समारोह के अध्यक्ष सुखदेव प्रसाद जी ने राष्ट्रभाषा प्रचार समिति द्वारा हिंदीतर क्षेत्रों में हिंदी भाषा उन्नयन और विकास की दिशा में किए जा रहे कार्यों पर प्रकाश डाला। डॉ. सुरेंद्र बिहारी गोस्वामी ने संस्था की तरफ़ से अतिथि गणों और उपस्थित साहित्यकारों व कलाकारों का हृदय से आभार व्यक्त किया।

? ई-अभिव्यक्ति की ओर से इस अभूतपूर्व उपलब्धि के लिए श्री सुरेश पटवा जी का अभिनंदन एवं हार्दिक बधाई ?

≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈

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सूचना/Information ☆ मॉडर्न महाविद्यालय (हिंदी विभाग) में  हिंदी पखवाड़ा समापन समारोह और हिंदी विज्ञापन प्रदर्शनी संपन्न ☆ डॉ प्रेरणा उबाळे ☆

सूचना/Information 

(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

☆ मॉडर्न महाविद्यालय (हिंदी विभाग) में  हिंदी पखवाड़ा समापन समारोह और हिंदी विज्ञापन प्रदर्शनी संपन्न ☆ डॉ प्रेरणा उबाळे

दिनांक 01 अक्टूबर 2022 को हिंदी विभाग द्वारा आयोजित हिंदी पखवाड़ा समापन समारोह और हिंदी विज्ञापन प्रदर्शनी में ” हिंदी भाषा और आधुनिक तकनीक” विषय पर प्रमुख वक्ता डॉ. राजेंद्र प्रसाद वर्मा जी (भारत सरकार, गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग, हिंदी शिक्षण योजना, पुणे) का अत्यंत ज्ञानवर्धक व्याख्यान रहा l संगणक और मोबाइल में  भारतीय भाषाओं में ऑफलाइन टाइपिंग,  अनुवाद, वॉयस टाइपिंग,  G-board आदि के संदर्भ में महत्वपूर्ण फीचर्स पर अत्यंत सार्थक और सारगर्भित व्याख्यान दिया। संगणक पर यूनिकोड,  हिंदी सॉफ्टवेअर , प्रोग्रामिंग आदि पहलुओं पर भी विचार अभिव्यक्त किए l

डॉ.  राजेंद्र प्रसाद  वर्मा  जी के करकमलों से विज्ञापन प्रदर्शनी का उद्घाटन हुआ तथा प्राचार्य डॉ.  राजेंद्र झुंजारराव सर के शुभ हाथों से विज्ञापन प्रदर्शनी के चार सर्वोत्तम विज्ञापन,  लिखनेवाले प्रथम वर्ष कला हिंदी के छात्र अंजली बिड़ला,  गौरव  ढमाले, बिनीता  मोनडल , कोमल वाघमारे; प्रथम वर्ष वाणिज्य,  हिंदी के सर्वोत्तम निबंध लेखक छात्र साक्षी  वाघमारे, रोशनी कांबळे; द्वितीय वर्ष कला,   हिंदी के सर्वोत्तम समाचार विश्लेषक आदित्य  पडवळ, वैभवी नलावडे तथा तृतीय वर्ष कला हिंदी के  सर्वोत्तम आत्मकथा लेखक  छात्र मजहर शेख, आफ़शा मशायक को पुरस्कृत किया गया। 

कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ. राजेंद्र झुंजारराव सर ने सभागार में उपस्थित सभी को संबोधित किया।  प्रस्तुत कार्यक्रम की भूमिका संयोजिका, हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. प्रेरणा उबाळे ने सभी के सन्मुख रखी तथा  प्रमुख अतिथि और वक्ता डॉ.  राजेंद्र  वर्मा  जी  का परिचय दिया ।  हिंदी विभाग के प्रा. असीर मुलाणी और  प्रा.  संतोष तांबे  जी  ने  कार्यक्रम का संचालन किया l हिंदी विभाग द्वारा आयोजित हिंदी पखवाड़ा समापन समारोह में बड़ी संख्या में छात्र उपस्थित रहें। संपूर्ण कार्यक्रम अत्यंत सुचारू ढंग से संपन्न हुआ l

डॉ. प्रेरणा उबाळे

सहायक प्राध्यापक, हिंदी विभागाध्यक्षा, मॉडर्न कला, विज्ञान और वाणिज्य महाविद्यालय (स्वायत्त), शिवाजीनगर,  पुणे ०५

संपर्क – 7028525378 / [email protected]

 ≈ ब्लॉग संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय  ≈

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सूचनाएँ/Information ☆ श्री सुरेश पटवा द्वारा रचित ‘सुरमयी लता’ और ‘प्रेमार्थ’ पुस्तकों का भव्य लोकार्पण संपन्न ☆

सूचनाएँ/Information 

(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

? श्री सुरेश पटवा द्वारा रचित ‘सुरमयी लता’ और ‘प्रेमार्थ’ पुस्तकों का भव्य लोकार्पण संपन्न ?

भोपाल, दुष्यंत स्मारक पांडुलिपि संग्रहालय में भोपाल के लेखक श्री सुरेश पटवा जी की लता मंगेशकर पर “सुरमयी लता” और कहानी संग्रह “प्रेमार्थ” पुस्तकों का लोकार्पण 29.09.2022 दिन गुरुवार को सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉक्टर विकास दवे, मध्य प्रदेश साहित्य अकादमी, संस्कृति विभाग के निदेशक ने की और मुख्य अतिथि के रूप में प्रसिद्ध नाट्यकर्मी राजीव वर्मा उपस्थित रहे। कुमार सुरेश व्यंगकार सारस्वत अतिथि के रूप में मौजूद थे।

इस अवसर पर प्रसिद्ध संगीतज्ञ उल्हास तेलंग ने सुरमयी लता पुस्तक और वरिष्ठ साहित्यकार घनश्याम सक्सेना ने प्रेमार्थ कहानी संग्रह की समीक्षा प्रस्तुत की।

डॉक्टर विकास दवे जी  ने कहा कि- लता दीदी विलक्षण व्यक्तित्व थीं जिन्हें ईश्वर ने सरस्वती पुत्री रूप में सिरजा था। प्रेम के अनेकों रूपों को प्रेमार्थ पुस्तक में संजोया गया है।

राजीव वर्मा जी  ने उपस्थित साहित्यकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि- पटवा जी का लेखन उत्कृष्ट कोटि का है जो पाठक को बांध कर रखता है। कुमार सुरेश जी ने पटवा जी के लेखन की विशेषताओं का उल्लेख करते हुए उसे मौलिक लेखन बताया।

संग्रहालय के निदेशक राजुरकर राज जी ने आमंत्रित अतिथियों का स्वागत किया। आभार प्रदर्शन अशोक धमेनिया जी ने किया। कार्यक्रम का सुचारु संचालन गोकुल सोनी जी  ने किया। डॉक्टर मोहन तिवारी आनंद जी , बिहारी लाल सोनी अनुज जी एवं अन्य साहित्यकारों की गरिमामयी उपस्थिति में कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।

💐 ई- अभिव्यक्ति परिवार की और से श्री सुरेश पटवा जी का हार्दिक अभिनंदन 💐

≈ ब्लॉग संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय  ≈

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सूचना/Information ☆ संपादकीय निवेदन ☆ सम्पादक मंडळ ई-अभिव्यक्ति (मराठी) ☆

सूचना/Information 

(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

💐 संपादकीय निवेदन 💐

वाचकहो, आज या निवेदनाद्वारे पुन्हा एकदा आपली भेट घेत आहोत.

दि.01/10/2021 पासून आम्ही ‘संपादकीय’ हे सदर चालू केले होते.या सदरामध्ये साहित्यिकांच्या जन्मदिनानिमित्त किंवा त्यांचे पुण्यतिथीनिमित्त त्यांच्या साहित्यिक कारकिर्दीविषयी जाणून घेण्याचा आम्ही प्रयत्न केला. त्यायोगे त्यांच्या साहित्याविषयी आम्हाला अधिक माहिती मिळाली व ती आपणापर्यंत पोहोचविणे आम्हाला उचित वाटले.तीस सप्टेंबरला या उपक्रमास एक वर्ष पूर्ण होत आहे. या कालावधीत सर्व साहित्यिकांविषयी आम्ही लिहू शकलो नाही हे आम्हाला माहित आहे. परंतू अनेक साहित्यिकांचे कार्य आपणापर्यंत पोहोचवू शकलो असे आम्हास वाटते. या कामात आम्हाला कराड येथील साहित्य साधना या संस्थेने प्रकाशित केलेल्या शताब्दी दैनंदिनीचा आणि विकिपीडिया अत्यंत मोलाचा उपयोग झाला आहे. त्यांनी उपलब्ध करून दिलेल्या जन्ममृत्यूच्या तारखां संदर्भासाठी उपयुक्त ठरल्या आहेत.

आज एक वर्षाच्या पूर्तीनंतर आम्ही हे सदर थांबवण्याचा निर्णय घेत आहोत. या सदरामुळे सर्वांनाच साहित्यिकांचे जीवन व कार्य याविषयी बरीच माहिती मिळाली असेल असे आम्हाला वाटते. नवीन काहीतरी देत राहूच. तोपर्यंत या ‘संपादकीय’ सदरास पूर्णविराम !

आपले

संपादकीय सदस्य

 संपादक मंडळ,

ई-अभिव्यक्ती (मराठी)

≈संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – श्रीमती उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे/सौ. गौरी गाडेकर≈

 

संपादकीय निवेदन :

 

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सूचनाएँ/Information ☆ स्व. शंकरराव कानिटकर हिंदी विभागीय ग्रंथालय हेतु 2000 पुस्तकों का संकलन – हिंदी विभाग, मॉडर्न महाविद्यालय (स्वायत्त), पुणे ☆

 ☆ सूचनाएँ/Information ☆

(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

☆ स्व. शंकरराव कानिटकर हिंदी विभागीय ग्रंथालय हेतु 2000 पुस्तकों का संकलन – हिंदी विभाग, मॉडर्न महाविद्यालय (स्वायत्त), पुणे ☆ 

🌸 हिंदी विभाग द्वारा आयोजित कृतज्ञता ज्ञापन समारोह 🌸

दिनांक 28 सितंबर 2022 को हिंदी विभाग, मॉडर्न महाविद्यालय, पुणे 05 की ओर से कृतज्ञता ज्ञापन समारोह संपन्न हुआ ।  

हिंदी विभाग, महाविद्यालय में स्व. शंकरराव कानिटकर हिंदी विभागीय ग्रंथालय का निर्माण कर रहा है । इस हेतु हिंदी विभाग को सर्वप्रथम 300 पुस्तकें देकर प्रोफेसर जया परांजपे जी ने नींव रखी और बाद में हिंदी के अनेक लेखक, कवि, प्राध्यापकों ने पुस्तकें प्रदान की और प्रसन्नता है कि हिंदी विभाग, मॉडर्न महाविद्यालय (स्वायत्त), शिवाजीनगर, पुणे 05 ने अब 2000 पुस्तकों का संकलन पूरा किया है ।  डॉ. प्रेरणा उबाळे और हिंदी विभाग द्वारा किए गए ग्रंथालय निर्माण के उपक्रम की हिंदी जगत के विभिन्न विद्वानों से प्रशंसा हो रही है ।  

हिंदी विभागीय ग्रंथालय निर्माण हेतु इसके पूर्व डॉ. संतोष कालिया, डॉ. सुनील देवधर, डॉ. स्मिता दाते, डॉ. वासंती वैद्य, प्रा. सदानंद महाजन आदि हिंदी लेखक- कवि, प्राध्यापकों ने अपने संचय की महत्वपूर्ण पुस्तकें देकर सहयोग दिया है ।  

दिनांक 28 सितंबर के कृतज्ञता ज्ञापन कार्यक्रम में प्रोफेसर कांतिदेवी लोधी, पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष, नौरोसजी वाडिया महाविद्यालय, पुणे, डॉ. शहाबुद्दीन शेख, प्राचार्य, लोकसेवा महाविद्यालय, औरंगाबाद, प्राचार्य न्यू आर्टस्, कॉमर्स कॉलेज, अहमदनगर, डॉ. गोरख थोरात, हिंदी विभागाध्यक्ष, स. प. महाविद्यालय, पुणे, डॉ. रमेश गुप्ता ‘मिलन’, वरिष्ठ हिंदी लेखक, कवि, कहानीकार, पुणे और श्री. शरददेंदु शुक्ला, वरिष्ठ हिंदी हास्य व्यंग्यकार, कवि , पुणे जी ने मिलकर 300 से अधिक हिंदी पुस्तकें और पत्रिकाएँ भेंट कीं , ये सभी महानुभाव उपस्थित रहें ।  

कार्यक्रम की प्रस्तावना डॉ. प्रेरणा उबाळे ने प्रस्तुत कर सभी अतिथियों का स्वागत किया ।  सभी विद्वानों का सम्मान मॉडर्न महाविद्यालय के आदरणीय प्राचार्य डॉ. राजेंद्र झुंजारराव सर के करकमलों से किया गया ।  सभी मान्यवर हिंदी के सुप्रतिष्ठित लेखक, कवि, अनुवादक, समीक्षक हैं और मॉडर्न महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. राजेंद्र झुंजारराव सर की भी कविता का पाठ हुआ ।  प्राचार्य डॉ. झुंजारराव जी ने हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ . प्रेरणा उबाळे के ग्रंथालय निर्माण हेतु अथक परिश्रम की सराहना की । साथ ही हिंदी विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रमों की प्रशंसा की और अपनी ओर से शुभकामनाएं प्रदान की ।  

हिंदी विभाग में ग्रंथालय की स्थापना में सहायता करनेवाले प्राचार्य डॉ. राजेंद्र झुंजारराव सर तथा मॉडर्न महाविद्यालय और प्रोग्रेसिव एज्युकेशन सोसायटी के प्रति कृतज्ञता का भाव अभिव्यक्त करते हुए प्राचार्य महोदय का सम्मान हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. प्रेरणा उबाळे ने किया ।  

हिंदी विभाग द्वारा आयोजित इस कृतज्ञता ज्ञापन समारोह का आयोजन हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. प्रेरणा उबाळे ने किया और प्रस्तुत कार्यक्रम के आयोजन में हिंदी विभाग के प्रा. असीर मुलाणी एवं  प्रा. संतोष तांबे जी ने सहायता की ।

  –  साभार – डॉ. प्रेरणा उबाळे

≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय 

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सूचनाएँ/Information ☆ 1. अंतरराष्ट्रीय हिंदी महोत्सव, बैंकॉक में श्री राजेश पाठक प्रवीण एवं संतोष नेमा द्वारा प्रतिनिधित्व 2. श्री सुरेश पटवा को स्व हजारीलाल जैन वांगमय पुरस्कार ☆

 ☆ सूचनाएँ/Information ☆

(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

☆ अंतरराष्ट्रीय हिंदी महोत्सव, बैंकॉक में जबलपुर भारत से श्री राजेश पाठक प्रवीण एवं संतोष नेमा द्वारा प्रतिनिधित्व☆ 

अंतरराष्ट्रीय थाई हिंदी परिषद बैंकॉक एवं थाई भारत आश्रम  द्वारा आयोजित हिंदी दिवस के अवसर पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय हिंदी महोत्सव में जबलपुर भारत से हिंदी का प्रतिनिधित्व श्री राजेश पाठक प्रवीण एवं संतोष नेमा ने किया ।  

इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय स्तर के विविध साहित्यकार हिंदी महोत्सव में शामिल हुए जिन्होंने हिंदी में आलेख एवं कविताओं का वाचन किया. अत्यंत हर्ष का विषय है की थाईलैंड में विभिन्न विश्वविद्यालयों द्वारा हिंदी के तमाम कोर्स शामिल किए गए हैं जहां पर वहां के छात्रों द्वारा विशेष रुचि से हिंदी सीखी जा रही है उनका हिंदी के प्रति अनुराग एवं उत्साह हम सबके लिए अत्यंत हर्षित करने वाला है. इस अवसर पर हम लोगों ने हिंदी की महत्ता पर अपना उद्बोधन देते हुए काव्य पाठ किया. समारोह में भारतीय दूतावास के प्रतिनिधियों सहित अनेक विश्वविद्यालयों के शिक्षाविद भी शामिल रहे.

हम लोगों को गौरवमयीअनुभूति हुई कि बैंकॉक में हिंदी भाषा को बोलने और समझने का प्रयत्न किया जाता है। यहां के साहित्यकारों ने थाईभाषा के साथ हिंदी में आलेख एवं कविताओं का प्रस्तुतीकरण किया ।आयोजन के अतिथि श्री संतोष नेमा एवं राजेश पाठक प्रवीण ने हिंदी के महत्व पर प्रकाश डाला।

☆ श्री सुरेश पटवा को स्व हजारीलाल जैन वांगमय पुरस्कार की घोषणा ☆

सुप्रसिद्ध साहित्यकार श्री सुरेश पटवा जी को हिन्दी भवन, भोपाल  द्वारा स्व हजारीलाल जैन वांगमय पुरस्कार प्रदान करने की घोषणा की गई है। सूचनानुसार आपको मध्यप्रदेश के राज्यपाल महामहिम श्री मंगू भाई पटेल के कर कमलों से दिनांक १० अक्तूबर २०२२ को पूर्वान्ह ११ बजे हिन्दी भवन सभागार, भोपाल  में प्रदान किया जाएगा।

💐 ई-अभिव्यक्ति परिवार की ओर से श्री राजेश पाठक प्रवीण, संतोष नेमा ‘संतोष’ एवं  श्री सुरेश पटवा जी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं 💐

≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈

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